समीर वानखेड़े का कार्यकाल 31 दिसंबर को हो रहा है समाप्त, सुशांत सिंह राजपूत मामले से लेकर, हजार करोड़ की ड्रग्स तक जानिए उनके पूरे सफर के बारे में
एमसीबी ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि, मुंबई जोन के डायरेक्टर समीर वानखेडे का कार्यकाल 31 दिसंबर को खत्म हो जाएगा, वह विस्तार की मांग नहीं करेंगे। उन्होंने अगस्त 2020 से सितंबर 2020 तक 96 लोगों को गिरफ्तार किया और 28 मामले दर्ज किए। 2021 में उन्होंने 234 लोगों को गिरफ्तार किया और 117 मामले दर्ज किए।
एनसीबी के चर्चित अधिकारी और डायरेक्टर समीर वानखेडे़ का कार्यकाल 31 दिसंबर को समाप्त हो रहा है। यह जानकारी शुक्रवार को एनसीबी ने दी। समीर वानखेडे़ ने सेवा विस्तार की मांग नहीं की है, इससे पहले सितंबर माह में वानखेड़े को 4 महीने का सेवा विस्तार दिया गया था। समीर वानखेडे एनसीबी के सबसे चर्चित अधिकारी रहे। उन्होंने मुंबई क्रूज ड्रग्स मामले की जांच का नेतृत्व किया था। जिसमें शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को जेल की हवा खानी पड़ी थी, समीर वानखेडे़ ने इस केस के जरिये खूब सुर्खियां बटोरी थीं। वह इस केस के चलते लगातार खबरों में बने हुए थे। आइए जानते हैं समीर वानखेड़े के इस सफर के बारे में।
समीर वानखेडे सुर्खियों में उस वक्त आए जब उन्होंने मुंबई क्रूज ड्रग्स मामले की जांच कर रहे थे। इस केस की जांच करते हुए समीर वानखेडे़ की चर्चा खूब हुई, इसी मामले में शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को 3 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। समीर वानखेडे़ और नवाब मलिक के बीच भी सुर्खियों में बना रहा जब नवाब मलिक ने उन पर आरोप लगाया कि, उन्होंने गलत सर्टिफिकेट के जरिये एनसीबी में नौकरी हासिल की है। अभी हाल ही में नवाब मलिक ने एक और आरोप लगाया कि, समीर वानखेडे़ के स्वामित्व वाला बार जो मुंबई में है उसका भी लाइसेंस उन्होंने गलत तरीके से हासिल किया है। इस मामले में महाराष्ट्र आबकारी विभाग ने समीर वानखेडे को नोटिस भी जारी किया है। 2008 बैच के भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी समीर वानखेड़े, सेवानिवृत्त महाराष्ट्र पुलिस के अधिकारी ध्यानदेव वानखेड़े के बेटे हैं।
एमसीबी ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि, मुंबई जोन के डायरेक्टर समीर वानखेडे़ का कार्यकाल 31 दिसंबर को खत्म हो जाएगा, वह विस्तार की मांग नहीं करेंगे। उन्होंने अगस्त 2020 से सितंबर 2020 तक 96 लोगों को गिरफ्तार किया और 28 मामले दर्ज किए। 2021 में उन्होंने 234 लोगों को गिरफ्तार किया और 117 मामले दर्ज किए। एनसीपी ने आगे बताया कि समीर वानखेडे़ ने लगभग हजार करोड़ रुपए की 1791 किलोग्राम से अधिक कि ड्रग्स जब्त कीं और 11 करोड़ से अधिक की संपत्ति को फ्रिज किया।
समीर वानखेडे़ ने एनसीबी के साथ अपने कार्यकाल से पहले एयर इंटेलिजेंस यूनिट के डिप्टी कमिश्नर और राष्ट्रीय जांच एजेंसी के अतिरिक्त एसपी के रूप में कार्य किया है। बाद में वह सीमा शुल्क के सहायक आयुक्त के रूप में मुंबई में नियुक्त हुए और वह मुंबई हवाई अड्डे पर तैनात थे। मुंबई एयर इंटेलिजेंस यूनिट के साथ काम करते हुए, उन्होंने कई हस्तियों को पकड़ा जो सीमा शुल्क से बच रहे थे। आपको बता दें कि अगस्त 2020 में सुशांत सिंह राजपूत मामले की जांच के लिए ही वह एनसीबी पहुंचे। इस मामले में उन्होंने 35 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया। उन्हें 2021 में काम में उत्कृष्टता के लिए गृह मंत्री पदक भी दिया गया।
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