मुन्नार की खूबसूरती देख कर दंग रह जाएंगे, एक बार आइए तो सही
आइए आपको लिए चलते हैं मुन्नार। वैसे मानसून में पहाड़ों का ट्रिप करना थोड़ा खतरनाक होता है क्योंकि पहाड़ों पर बादल फटने और लैंडस्लाइड का भी खतरा होता है इससे सफर परेशानी भरा हो जाता है।
बारिश का मौसम हर किसी को पसंद होता है जब तब बारिश विकराल रूप ना ले तब तक बारिश को एंज्वॉय करना अधिकतर लोगों को पसंद होता है। तपती गर्मी से बारिश की बूंदें बहुत ही सुकून भरी होती हैं और ऐसे में अगर कोई कह दे की चलो ट्रिप पर चलते हैं तो मजा दोगुना हो जाता है। मानसून में पहाड़ों का ट्रिप करना थोड़ा खतरनाक होता है क्योंकि पहाड़ों पर बादल फटने और लैंडस्लाइड का भी खतरा होता है इससे सफर परेशानी भरा हो जाता है। लेकिन भारत में कुछ जगह ऐसी हैं जिनकी सुंदरता को शायद भगवान ने बहुत ही फुरसत में बैठ कर बनाया है उसमें से एक है मुन्नार। चाहे गर्मी हो या ठंड, मुन्नार की खूबसूरती हर रूप में निखरती है। लेकिन मानसून की बारिश मुन्नार की खूबसूरती और बढ़ा देती है। आइए, जानते हैं मुन्नार में क्या है खास।
मुन्नार की खासियत
मुन्नार केरल का एक प्रमुख पर्वतीय स्थल है। प्रतिवर्ष हजारों पर्यटक यहाँ घूमने आते हैं। जिंदगी की भागदौड़ और प्रदूषण से दूर यह जगह लोगों को अपनी ओर खींचती है। 12000 हेक्टेयर में फैले चाय के खूबसूरत बागान यहां की खासियत है। दक्षिण भारत की अधिकतर जायकेदार चाय इन्हीं बागानों से आती हैं। चाय के उत्पादन के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए चाय संग्रहालय है जहां इससे संबंधित सभी तस्वीरें और सूचनाएं मिलती हैं। इसके अतिरिक्त यहाँ वन्य जीवन को करीब से देखा जा सकता है। अर्नाकुलम राष्ट्रीय उद्यान में दुर्लभ नीलगिरी बकरों को देखा जा सकता है।
मुन्नार में घूमने-फिरने के लिए बेस्ट जगह
कुंडला लेक की खूबसूरती और बोटिंग का मजा तथा मुन्नार की प्राकृतिक खूबसूरती की कोई तुलना नहीं है। ये अपनी नेचुरल ब्यूटी के लिए दुनिया भर में मशहूर है। आप यहां घूमने आ रहे हैं तो कुंडला लेक जरूर आयें यहां आपको नेचर ब्यूटी देखने को मिलेगी। कुछ अलग करना चाहते हैं तो आपको बारिश के मौसम में बोटिंग का मजा जरूर लेना चाहिए। मुन्नार वैली की हरियाली के बीच इस झील में बोट राइड करने का मजा ही कुछ और है।
लक्कोम वाटरफॉल Selfi Point
मुन्नार से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर है एक बेहद ही खूबसूरत वॉटरफॉल जो लक्कोम वॉटरफॉल्स के नाम से मशहूर है। ये एराविकुलुम नेशनल पार्क से बिलकुल सटा हुआ है। एराविकुलुम नदी की धारा से बनता है ये वाटरफॉल और यहां तक पहुंचने के लिए आपको घने जंगलों के बीच से होकर गुजरना पड़ता है।
पिकनिक मनाने वालों, बाइकर्स और ट्रैकर्स के लिए Best Place
एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान, मुन्नार के मुख्य आकर्षण स्थलों में से एक है, जो लुप्तकप्राय नीलगिरि तहर के लिए घर है। दक्षिण भारत की सबसे ऊंची चोटी, अनामुडी पीक इस नेशनल पार्क के अंदर ही स्थित है। यहां आने वाले पर्यटक, वन विभाग से अनुमति प्राप्त करने के बाद 2700 मीटर ऊंची अनामुडी चोटी पर ट्रैकिंग कर सकते हैं। वहीं मुन्नार से 13 किमी की दूरी पर स्थित मट्टुपेट्टी यहां के बांध, झील और इंडो-स्विस पशुधन परियोजना द्वारा चलाई जा रही डेयरी फर्म के कारण प्रसिद्ध है।
कैसे पहुंचें मुन्नार
केरल और तमिलनाडु दोनों राज्यों से मुन्नार तक आसानी से पहुंचा जा सकता है। दक्षिण भारत के सभी भागों से इस बेहतरीन गंतव्य स्थल के लिए कई टूरिस्ट पैकेज भी उपलब्ध हैं। पर्यटक यहां आकर अपनी सुविधानुसार रहने के लिए होटल, रिसॉर्ट, होम-स्टे और रेस्ट हाउस का चयन कर सकते हैं।
-सुषमा तिवारी
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