Slovenia पर रोमांचक जीत के साथ पुर्तगाल यूरो 2024 के क्वार्टर फाइनल में पहुंचा

Euro 2024 quarter finals
प्रतिरूप फोटो
portugal

स्लोवेनिया ने यूरो कप 2024 फुटबॉल के प्री-क्वार्टर फाइनल में क्रिस्टियानो रोनाल्डो और कई दिग्गज खिलाड़ियों से सजी पुर्तगाल की टीम को 120 मिनट तक गोल करने से रोके रखा लेकिन टीम पेनल्टी शूटआउट में 0-3 से हार गयी। अंतिम आठ में पुर्तगाल के सामने अब फ्रांस की चुनौती होगी।

फ्रैंकफर्ट (जर्मनी) । विश्व रैंकिंग में 57वें स्थान पर काबिज स्लोवेनिया ने यूरो 2024 फुटबॉल के प्री-क्वार्टर फाइनल में क्रिस्टियानो रोनाल्डो और कई दिग्गज खिलाड़ियों से सजी पुर्तगाल की टीम को 120 मिनट तक गोल करने से रोके रखा लेकिन टीम पेनल्टी शूटआउट में 0-3 से हार गयी। अंतिम आठ में पुर्तगाल के सामने अब फ्रांस की चुनौती होगी। यह मुकाबला कप्तान रोनाल्डो के लिए काफी उतार चढ़ाव वाला रहा जिसमें वह अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख सकें। यूरो 2024 में अपने पहले गोल की तलाश कर रहे रोनाल्डो मैच में पांच-छह ऐसे मौकों पर चूक गये जिसे वह पिछले 20 साल के अपने करियर में गोल में बदलते रहे हैं। 

नियमित समय में मैच गोल रहित रहने के बाद आधे घंटे के अतिरिक्त समय में भी यह मुकाबला गोल रहित रहा। रोनाल्डो के पास हालांकि मैच के 105 वें मिनट टीम को बढ़त दिलाने का आसान मौका था लेकिन 39 साल का यह खिलाड़ी पेनल्टी किक पर गोल करने से चूक गया। स्लोवेनिया के गोलकीपर जान ओब्लाक ने बाईं ओर डाइव लगाकर शानदार बचाव कर पुर्तगाल को बढ़त लेने से रोक दिया। इस प्रयास के विफल होने के बाद रोनाल्डो की आंखों में आंसू आ गए। टीम के साथियों ने हालांकि उनका हौसला बढ़ाया, उनका माथा चूमा उन्हें मैच पर ध्यान बनाये रखने को कहा। इस मौके पर स्टेडियम में मौजूद रोनाल्डो की मां की आंखें भी नम हो गयी। अतिरिक्त समय के बाद भी मैच गोलरहित बराबरी पर छूटा। 

पुर्तगाल के गोलकीपर डिओगो कोस्टा ने इसके बाद पेनल्टी शूटआउट में स्लोवेनिया के जोसिप इलिकिक के पहले प्रयास को विफल कर दिया। इसके बाद रोनाल्डो ने गोल कर टीम को बढ़त दिलाई और अपनी निराशा को पीछे छोड़ा। कोस्टा ने ज्यूर बाल्कोवेक और बेंजामिन वर्बिक की पेनल्टी किक को रोका जबकि ब्रूनो फर्नांडीस और बर्नार्डो सिल्वा ने अपने प्रयास पर गोल कर पुर्तगाल को 3-0 से जीत दिला दी। रोनाल्डो ने मैच के बाद पुर्तगाल के प्रसारक आरटीपी से कहा, ‘‘कभी-कभी पेनल्टी पर गोल करना कठिन होता है। मैंने अपने करियर में 200 से अधिक पेनल्टी पर गोल किए हैं। कभी-कभी यह गड़बड़ हो जाता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने उत्साह दिखाया कि हमें अभी भी खेलना है, प्रशंसकों को खुशी देनी है और बस, यही हमारी जिंदगी है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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