अजलन शाह का चैम्पियन बना कोरिया, भारत को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हराया
भारतीय टीम ने इस मुकाबले में अपने अभियान की शुरूआत शानदार तरीके से की और मैच के नौवें मिनट में सिमरनजीत सिंह के गोल से टीम ने खाता खोला।कोरियाई टीम की रक्षा पंक्ति ने इसके बाद बेहतर खेल दिखाया और गोल करने के लगातार मौके बनाने की तलाश में रही।
इपोह।कम रैंकिंग वाली कोरिया ने पांच बार की चैम्पियन भारत को अजलन शाह हाकी टूर्नामेंट के फाइनल में शनिवार को यहां निर्धारित समय में मैच 1-1 से बराबरी पर छुटने के बाद पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हरा दिया।फाइनल से पहले विश्व रैंकिंग में पांचवें स्थान पर काबिज भारत को 17वीं रैंकिंग वाली टीम के खिलाफ खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा था लेकिन कोरिया ने छठी बार उसके चैम्पियन बनने का सपना तोड़ दिया।भारतीय टीम ने इस मुकाबले में अपने अभियान की शुरूआत शानदार तरीके से की और मैच के नौवें मिनट में सिमरनजीत सिंह के गोल से टीम ने खाता खोला।कोरियाई टीम की रक्षा पंक्ति ने इसके बाद बेहतर खेल दिखाया और गोल करने के लगातार मौके बनाने की तलाश में रही।
FT: 🇮🇳 1-1 (2-4) 🇰🇷
— Hockey India (@TheHockeyIndia) March 30, 2019
Korea edged past a spirited Indian side in a cracker of a final where the winner was decided via penalty shootouts.#IndiaKaGame #SultanAzlanShahCup2019 pic.twitter.com/Y0zDzS1bSZ
कोरिया के प्रयासों ने मैच के चौथे क्वार्टर में रंग दिखाया जब 47वें मिनट में जांग-जोंग ह्यून के पेनल्टी स्ट्रोक पर किये गोल से स्कोर 1-1 से बराबर हो गया। भारत ने इस गोल के खिलाफ वीडियो रेफरल लिया लेकिन उसमें दिखा की ह्यून ने कोई गलती नहीं की थी।अंतिम सीटी बजने से दो मिनट पहले भारत को पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन टीम उसे गोल में नहीं बदल पायी।निर्धारित समय में स्कोर 1-1 से बराबर रहने के बाद मैच का फैसला पेनल्टी शूटआउट से हुआ जिसमें कोरियाई टीम ने भारत को 4-2 से शिकस्त दी।
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भारत के लिए बीरेन्द्र लाकड़ा और वरूण कुमार ही शूटआउट में गोल कर पाये जबकि मंदीप, सुमित कुमार जूनियर और सुमित गोल करने से चूक गये।शूटआउट में अनुभवी पीआर श्रीजेश की जगह युवा कृष्णा बी पाठक गोलकीपर की भूमिका में थे।कोरिया के लिए शूटआउट में जी वू शेओन, ली जुंगजुन, जुंग मंजे और ली नमयोंग गोल करने में सफल रहे।पूरे मैच के दौरान भारत ने कई मौके बनाये लेकिन टीम उसे गोल में नहीं बदल सकी। मैच के शुरूआती क्षणों में भारतीय खिलाड़ी डी में भी पहुंचे लेकिन कोरिया की रक्षापंक्ति को भेदने में सफल नहीं हुये।
अग्रम पंक्ति में मनदीप सिंह और सुमित कुमार (जूनियर) के छोटे और कारगार पास ने पहले क्वार्टर में मौका बनाया जिसे मैच के नौवें मिनट में सिमरनजीत ने गोल में बदल दिया।कोरियाई टीम ने भी इसके बाद जवाबी हमला किया लेकिन भारतीय रक्षापंक्ति ने उन्हें रोक दिया।पहले क्वार्टर के खत्म होने से ठीक पहले गुरिंदर सिह ने भारत के लिए पहला पेनल्टी कार्नर हासिल किया लेकिन इस ड्रैगफ्लिकर के शाट को कोरियाई खिलाड़ियों ने रोक दिया।भारत ने दूसरे क्वार्टर में भी दबदबे के साथ शुरुआत किया सुमित की मदद से सिमरनजीत ने सर्कल के पास से बैकहैंड शाट मारा लेकिन उनके इस प्रयास का कोरियाई गोलकीपर किम जेहेयोन ने अच्छी तरह से बचाव किया।
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मध्यांतर से पांच मिनट पहले भारत को दूसरा पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन टीम को एक बार फिर निराशा मिली। वरुण कुमार के शक्तिशाली फ्लिक को गोलकीपर जेहेयोन ने रोक दिया।भारतीय टीम ने तीसरे क्वार्टर में भी गोल करने के काई अच्छे मौके बनाये लेकिन कोरिया की सजग रक्षापंक्ति ने उन्हें गोल करने से रोके रखा। इस बीच कोरिया मैच के 33वें मिनट में कोरिया को पहला पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन ह्युन की फ्लिक भारतीय रक्षापंक्ति ने रोक दिया।
मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर में कोरिया ने बराबारी के लिए पूरी ताकत लगा दी। भारतीय रक्षापंक्ति के खिलाड़ी अमित राहिदास ने कोरियाई कप्तान ली नमयोंग को गलत तरीके से रोका जिसके बाद टीम के खिलाफ पेनल्टी स्ट्रोक दिया गया। शानदार लय में चल रहे ह्यून ने कोई गलती नहीं की और 47वें मिनट में उनके प्रहार को गोलकीपर कृष्णा बी पाठक नहीं रोक पाये और मैच का स्कोर 1-1 से बराबर हो गया।तीसरे स्थान के लिए हुए मुकाबले में मेजबान मलेशिया ने कनाडा को 4-2 से हराया।
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