एनबीआरआई ने लॉन्च किया हर्बल सैनिटाइजर ‘जर्मिविड’
‘जर्मिविड’ को विकसित करने वाले वैज्ञानिकों का कहना है कि यह उत्पाद एक उत्कृष्ट कीटाणुनाशक है और हाथ की नमी बनाए रखकर निर्जलीकरण से बचाता है। यह वैज्ञानिक रूप से मान्य है और नियमित उपयोग के लिए भी उपयुक्त है।
काउंसिल ऑफ साइंटिफिक ऐंड इंडस्ट्रियल रिसर्च (सीएसआईआर) की लखनऊ स्थित प्रयोगशाला नेशनल बोटानिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (एनबीआरआई) के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित हर्बल हैंड सैनिटाइजर ‘जर्मिविड’ को बाजार मे लॉन्च कर दिया गया है।
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यह एल्कोहल आधारित हर्बल हैंड सैनिटाइजर है, जिसकी तकनीक मेसर्स फर्विड हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड को व्यावसायिक उत्पादन के लिए सौंपी गई है। इस हैंड सैनिटाइजर को संस्थान के वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक डॉ शरद श्रीवास्तव और उनकी टीम ने वैज्ञानिक सामाजिक जिम्मेदारी के तहत विकसित किया है।
‘जर्मिविड’ को विकसित करने वाले वैज्ञानिकों का कहना है कि यह उत्पाद एक उत्कृष्ट कीटाणुनाशक है और हाथ की नमी बनाए रखकर निर्जलीकरण से बचाता है। यह वैज्ञानिक रूप से मान्य है और नियमित उपयोग के लिए भी उपयुक्त है। अब इस उत्पाद को सार्वजनिक उपयोग के लिए लॉन्च किया गया है।
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एनबीआरआई द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि यह सैनिटाइजर एक लीटर, 500 मिलीलीटर, 200 मिलीलीटर और 100 मिलीलीटर की बोतलों में बाजार में उपलब्ध होगा। इसकी कीमत सरकारी निर्देशों के अनुसार रखी गई है।
इससे पहले भी एनबीआरआई के वैज्ञानिक कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए तुलसी के तेल जैसे हर्बल तत्वों से युक्त हैंड सैनिटाइजर बना चुके हैं, जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन के दिशा-निर्देशों के अनुरूप सीएसआईआर के अरोमा मिशन के तहत बनाया गया था।
इंडिया साइंस वायर
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