Tech Tips: फोन की बैटरी और परफॉर्मेंस पर फास्ट चार्जिंग के प्रभाव से बचने के टिप्स

सबसे पहला और सबसे बड़ा नुकसान होता है बैटरी की लाइफ पर। फास्ट चार्जिंग में बैटरी को एक समय में ज्यादा वोल्टेज और करंट दिया जाता है, जिससे वह जल्दी चार्ज हो सके। लेकिन यह प्रक्रिया लिथियम-आयन बैटरी सेल्स पर दबाव डालती है।
आज के डिजिटल युग में स्मार्टफोन हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है। हर छोटा-बड़ा काम अब फोन के माध्यम से आसानी से किया जा सकता है – फिर चाहे वो ऑफिस का काम हो या मनोरंजन। ऐसे में फोन की बैटरी जल्दी खत्म होना आम बात है और हम चाहते हैं कि फोन जितनी जल्दी हो सके, उतनी जल्दी चार्ज हो जाए। इसी जरूरत को पूरा करने के लिए फास्ट चार्जिंग तकनीक ने दस्तक दी, जो कुछ ही मिनटों में आपके फोन को 50-60 प्रतिशत तक चार्ज कर देती है।
हालांकि, यह सुविधा जितनी आकर्षक लगती है, इसके उतने ही गंभीर दुष्परिणाम भी हैं। अगर आप फास्ट चार्जिंग का उपयोग कर रहे हैं, तो आज ही जान लीजिए इससे जुड़े कुछ जरूरी नुकसान, जो आपके फोन की परफॉर्मेंस और बैटरी की उम्र को प्रभावित कर सकते हैं।
बैटरी की लाइफ घटने का खतरा
सबसे पहला और सबसे बड़ा नुकसान होता है बैटरी की लाइफ पर। फास्ट चार्जिंग में बैटरी को एक समय में ज्यादा वोल्टेज और करंट दिया जाता है, जिससे वह जल्दी चार्ज हो सके। लेकिन यह प्रक्रिया लिथियम-आयन बैटरी सेल्स पर दबाव डालती है। अधिक तापमान और वोल्टेज के कारण बैटरी की केमिकल संरचना बिगड़ सकती है, जिससे उसकी कार्यक्षमता समय से पहले घटने लगती है।
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अगर आप बार-बार फास्ट चार्जिंग का सहारा लेते हैं, तो हो सकता है कि कुछ महीनों में ही बैटरी जल्दी खत्म होने लगे या चार्ज हो ही ना।
हीटिंग, बैटरी फूलना और ब्लास्ट का खतरा
तेजी से चार्ज होते समय फोन अधिक गर्म होने लगता है। लगातार हीटिंग से फोन की बैटरी फूलने की आशंका बनी रहती है। कई बार तो यह हीटिंग इतना अधिक हो जाता है कि बैटरी में ब्लास्ट तक हो सकता है। ऐसा विशेष रूप से तब होता है जब आप लोकल चार्जर या खराब क्वालिटी की केबल का इस्तेमाल करते हैं।
फोन के अंदर की सीमित जगह में अगर बैटरी फूलने लगे, तो वह स्क्रीन और अन्य कंपोनेंट्स को भी नुकसान पहुंचा सकती है।
फोन की परफॉर्मेंस पर पड़ता है असर
फास्ट चार्जिंग का एक और बड़ा असर फोन की परफॉर्मेंस पर भी पड़ता है। अधिक गर्मी और बैटरी पर अत्यधिक लोड की वजह से प्रोसेसर पर भी दबाव बढ़ता है। इससे फोन हैंग करने लगता है, स्लो हो जाता है और कभी-कभी ऐप्स भी क्रैश करने लगते हैं।
धीरे-धीरे यूजर को यह महसूस होने लगता है कि फोन पहले जैसा स्मूद नहीं है और परफॉर्मेंस गिरती जा रही है। खासकर गेमिंग या मल्टीटास्किंग करने वालों के लिए यह और भी बड़ी समस्या बन सकती है।
क्या आप भी कर रहे हैं ये गलतियां?
फास्ट चार्जिंग का नुकसान सिर्फ तकनीक की वजह से नहीं, बल्कि यूजर के कुछ आम गलत व्यवहार से भी होता है:
- चार्जिंग के दौरान फोन को लगातार इस्तेमाल करना
- फोन को 100% तक बार-बार चार्ज करना
- चार्जिंग के समय फोन को बेड पर या तकिए के नीचे रखना
- लोकल या सस्ते चार्जर का उपयोग करना
ये सभी आदतें फोन को नुकसान पहुंचा सकती हैं और फास्ट चार्जिंग की वजह से यह प्रभाव और तेज हो जाता है।
फास्ट चार्जिंग के नुकसान से ऐसे बचें
अगर आप फास्ट चार्जिंग का इस्तेमाल कर रहे हैं तो नीचे दिए गए उपाय जरूर अपनाएं ताकि नुकसान को कम किया जा सके:
1. फोन को 80-90% से ज्यादा चार्ज ना करें – इससे बैटरी पर कम लोड पड़ेगा और उसकी लाइफ बढ़ेगी।
2. हमेशा ओरिजिनल चार्जर और डेटा केबल का इस्तेमाल करें – ब्रांडेड चार्जर डिवाइस के लिए बेहतर सुरक्षा प्रदान करते हैं।
3. फोन को ठंडी जगह पर चार्ज करें – हीटिंग से बचाने के लिए चार्जिंग के दौरान फोन को ऐसी जगह रखें जहां हवा का प्रवाह हो।
4. चार्जिंग के दौरान फोन का उपयोग ना करें – इससे बैटरी पर डबल लोड पड़ता है और गर्मी ज्यादा बढ़ती है।
5. रातभर फोन को चार्जिंग पर ना छोड़ें – यह आदत बैटरी को ओवरचार्ज कर देती है जिससे वह धीरे-धीरे खराब हो सकती है।
फास्ट चार्जिंग सुविधा है, लेकिन संभलकर करें इस्तेमाल
फास्ट चार्जिंग आज की जीवनशैली की जरूरत बन चुकी है, लेकिन इसका इस्तेमाल सोच-समझकर करना जरूरी है। कुछ अतिरिक्त मिनट बचाने के चक्कर में अगर आपका फोन जल्दी खराब हो जाए, तो वह घाटे का सौदा है।
सही आदतों और सावधानी के साथ फास्ट चार्जिंग का इस्तेमाल किया जाए तो नुकसान को कम किया जा सकता है। तकनीक का लाभ उठाइए, लेकिन उसकी कीमत अपने डिवाइस की सेहत से ना चुकाइए।
- डॉ. अनिमेष शर्मा
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