Chai Par Sameeksha: Pak के खिलाफ दलों की एकता की सच्चाई क्या है? क्या राष्ट्रहित पर राजनीति भारी है

प्रभासाक्षी के संपादक नीरज दुबे ने कहा कि सरकार ने सर्वदलिए बैठक बुलाकर पहलगाम मुद्दे को लेकर तमाम जानकारी विपक्ष को दी। सरकार ने क्या कदम उठाए हैं, इसको लेकर भी विपक्ष को जानकारी दी गई। विपक्ष के नेता भी सवाल पूछने से ज्यादा सरकार के साथ समर्थन जाता रहे हैं।
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर पूरा देश गुस्से में है। सरकार ने आतंकवाद को खत्म करने के लिए अपने स्तर पर कई बड़े फैसले लिए हैं। खुद प्रधानमंत्री ने हुंकार भरते हुए कहा है कि आतंकवाद को हम जड़ से खत्म करेंगे और इसके लिए समय आ गया है। हालांकि, पहलगाम में जो कुछ भी हुआ वह दुखदाई है। लेकिन इसको लेकर सियासत भी हो रही है। भले ही विपक्ष सरकार के साथ खड़ा दिख रहा है। भले ही विपक्ष के बड़े नेता सरकार के साथ खड़े होने का दावा कर रहे हैं। लेकिन विपक्षी पार्टियों के सेकंड जेनरेशन के नेता जिस तरीके से बयान दे रहे हैं वह वाकई में हैरान करने वाला है। इसी को लेकर हमने प्रभासाक्षी के संपादक नीरज कुमार दुबे के साथ चर्चा की। इस चर्चा में हमने नीरज दुबे से पहलगाम आतंकी हमले को लेकर कई तरह के सवाल पूछे।
नीरज दुबे ने कहा कि पहलगाम में जो कुछ भी हुआ वह बेहद खौफनाक है। देश में इसको लेकर नाराजगी है। देश की जनता सरकार से इसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की उम्मीद कर रही है। नीरज दुबे ने साफ तौर पर कहा के इस तरह की आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के पीछे सिर्फ और सिर्फ भारत का पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान है और उसे उसके लिए सबक सिखाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भी पाकिस्तान अभी सुधरा नहीं है। ऐसे में पाकिस्तान के खिलाफ इस बार जो होगा इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है क्योंकि खुद प्रधानमंत्री ने इस तरीके का बयान दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने यह बयान बिहार के धरती से दिया है। इंग्लिश और हिंदी दोनों में दिया है। इसका मतलब साफ है कि वह पूरे विश्व को एक संदेश देना चाहते थे। एक ऐसा सख्त संदेश जो आने वाले दिनों में हमे साफ तौर पर देखने को मिलेगा।
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नीरज दुबे ने कहा कि सरकार ने सर्वदलिए बैठक बुलाकर पहलगाम मुद्दे को लेकर तमाम जानकारी विपक्ष को दी। सरकार ने क्या कदम उठाए हैं, इसको लेकर भी विपक्ष को जानकारी दी गई। विपक्ष के नेता भी सवाल पूछने से ज्यादा सरकार के साथ समर्थन जाता रहे हैं। विपक्ष के नेता भी यह बात कह रहे हैं कि हमें पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। हालांकि बाकी के जो नेता जिस तरीके का बयान दे रहे हैं वह दुर्भाग्यपूर्ण है। अभी फिलहाल देश को एकजुट होने की जरूरत है। देश को यह बताने की जरूरत है कि भले ही हमें कोई मतभेद हो लेकिन हम राष्ट्र के मुद्दे पर एक होते हैं। खुद राहुल गांधी ने भी कहा कि हमे एकता दिखानी होगी। बावजूद इसके विपक्षी नेताओं की ओर से जो सवाल खड़े किए जा रहे हैं, जिस तरीके से बयान दिए जा रहे हैं वह कहीं ना कहीं पाकिस्तान को खुश करने वाला दिखाई देता है। यह बयान पाकिस्तान के टेलीविजन चैनल पर चल रहे हैं जो कि भारत के लिए ठीक नहीं है।
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