गुजरात में भाजपा के खेल में फँस गई कांग्रेस, अमित शाह को यूँ ही चाणक्य नहीं कहते

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अमित शाह ने राज्यसभा की सदस्यता से 28 मई को इस्तीफा दिया और स्मृति ईरानी ने एक दिन बाद यानि 29 मई को राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया। भाजपा का इसके पीछे तर्क है कि अमित शाह की संसदीय सीट पर चुनाव परिणाम 23 मई को ही आ गये थे।

भाजपा ने ऐसा खेल कर दिया है कि गुजरात की राज्यसभा सीटों को लेकर कांग्रेस के माथे पर चिंता की लकीरें आ गयी हैं। दरअसल कांग्रेस कह रही है कि गुजरात से जो दो राज्यसभा सीटें रिक्त हुई हैं उन्हें दोबारा जीतने के लिए भाजपा ने एक सोची समझी चाल के तहत अमित शाह और स्मृति ईरानी से अलग-अलग तारीखों पर इस्तीफा दिलवाया है। उल्लेखनीय है कि अमित शाह ने गुजरात की गांधीनगर सीट से और स्मृति ईरानी ने उत्तर प्रदेश की अमेठी संसदीय सीट से चुनाव जीतने के बाद राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया था।

अमित शाह ने राज्यसभा की सदस्यता से 28 मई को इस्तीफा दिया और स्मृति ईरानी ने एक दिन बाद यानि 29 मई को राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया। भाजपा का इसके पीछे तर्क है कि अमित शाह की संसदीय सीट पर चुनाव परिणाम 23 मई को ही आ गये थे जबकि अमेठी का चुनाव परिणाम देर रात घोषित हुआ था और उस समय तक 24 मई हो गयी थी। अब चूँकि यह दोनों राज्यसभा सीटें अलग-अलग तारीखों पर खाली हुई हैं तो संभव है चुनाव भी अलग-अलग तारीखों पर हों। अगर ऐसा होता है तो भाजपा दोनों सीटें दोबारा बड़ी आसानी से जीत लेगी।

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कांग्रेस ने चुनाव आयोग से दोनों राज्यसभा सीटों पर एक ही दिन चुनाव कराने की मांग की है। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी का कहना है कि अगर एक साथ चुनाव हुए तो एक सीट सत्ताधारी पार्टी और एक सीट विपक्ष जीत सकता है लेकिन अलग-अलग समय पर चुनाव होते हैं तो दोनों सीटें सत्ता पक्ष को चली जाएंगी। उल्लेखनीय है कि 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा में भाजपा विधायकों की संख्या 99 और कांग्रेस के विधायकों की संख्या 77 है। राज्यसभा चुनावों में विधायकों के वरीयता वाले मत चुनाव जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

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इस बार के लोकसभा चुनावों में कई राज्यसभा सदस्य लोकसभा चुनाव जीत कर आये हैं जिनमें अमित शाह, स्मृति ईरानी, रविशंकर प्रसाद के अलावा द्रमुक नेता कनिमोझी का नाम शामिल है। भाजपा गुजरात की दोनों राज्यसभा सीटों को जीतने का दावा कर रही है। माना जा रहा है कि एक सीट पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर तथा अन्य पर किसी स्थानीय नेता को मौका दिया जायेगा। इस तरह की भी चर्चाएं हैं कि कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों का एक बड़ा धड़ा भाजपा में शामिल हो सकता है। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी जल्द ही अपने मंत्रिमंडल के विस्तार की योजना बना रहे हैं जिसमें अल्पेश ठाकोर के अलावा राज्य भाजपा अध्यक्ष जीतू वघानी को भी शामिल किया जायेगा। जीतू वघानी का प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद पर कार्यकाल समाप्त हो रहा है।

-नीरज कुमार दुबे

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