Madhubala Birth Anniversary: मधुबाला ने महज 7 साल की उम्र से करना शुरूकर दिया था काम, जानिए क्यों मुकम्मल नहीं हो सका इश्क

Madhubala
Prabhasakshi

बॉलीवुड की एवरग्रीन अभिनेत्री मधुबाला का आज यानी की 14 फरवरी को बर्थडे हैं। वेलेंटाइन्स के दिन जन्मी मधुबाला का असली नाम मुमताज जहां बेगम दहलवी था। एक्ट्रेस की खूबसूरती के लाखों दीवाने थे।

बॉलीवुड की एवरग्रीन अभिनेत्री मधुबाला का आज यानी की 14 फरवरी को बर्थडे हैं। वेलेंटाइन्स के दिन जन्मी मधुबाला का असली नाम मुमताज जहां बेगम दहलवी था। एक्ट्रेस अपनी एक्टिंग के अलावा अपनी खूबसूरती के लिए भी जानी जाती थीं। वह 50 के दशक की फेमस एक्ट्रेस होने के साथ ही सबसे अधिक फीस लेने वाली अभिनेत्री भी थीं। मधुबाला की खूबसूरती का अंदाजा आप इस बात से भी लगा सकती हैं कि उनको 'द ब्यूटी ऑफ ट्रेजडी' और 'वीनस ऑफ इंडियन सिनेमा' जैसे टाइटल दिए गए थे। आइए जानते हैं इनकी बर्थ एनिवर्सरी के मौके पर मधुबाला के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...

जन्म और परिवार

दिल्ली में 14 फरवरी 1933 में मधुबाला का जन्म हुआ था। इनके पिता का नाम अताउल्लाह और मां का नाम आयशा बेगम था। शुरूआत के दिनों में मधुबाला के पिता पेशावर की तंबाकू फैक्ट्री में काम करते थे। फिर वहां नौकरी छोड़कर और दिल्ली छोड़कर मुंबई चले आए। मधुबाला का जन्म एक मुस्लिम परिवार में हुआ था। लेकिन फिल्मों के लिए एक्ट्रेस का प्यार उनको मुंबई खींच लाया। वहीं मधुबाला का परिवार आर्थिक समस्याओं से जूझ रहा था। इस कारण मधुबाला ने घर चलाने के लिए महज 7 साल की उम्र काम करना शुरू कर दिया।

इसे भी पढ़ें: Kamal Amrohi Death Anniversary: कमाल अमरोही ने फिल्म इंडस्ट्री को दी एक से बढ़कर एक फिल्में, कम उम्र में छोड़ दिया था घर

इतना मिला था मेहनताना

महज 7 साल की उम्र से ही ऑल इंडिया रेडियो में मधुबाला खुर्शीद अनवर के गाने गाया करते थी। इसी दौरान एक उनको एक अधिकारी ने मुंबई जाने की सलाह दी थी। मुंबई में मधुबाला को पहली फिल्म थी, उस दौरान उनको 150 रुपए मेहनताना मिला था। जो उस दौर के हिसाब से काफी बड़ी रकम थी। लेकिन इसके बाद उनको फिल्में नहीं मिली। क्योंकि उस दौरान फिल्मों में चाइल्ड आर्टिस्ट की जरूरत नहीं थी।

इसके बाद मधुबाला वापस दिल्ली आ गईं और यहां पर 300 रुपए महीने की सैलरी पर नौकरी करने लगीं। फिर बतौर हिरोइन मधुबाला की पहली फिल्म साल 1949 में 'दौलत' आई। इस फिल्म को सोहराब मोदी ने बनाया था। बता दें कि उस जमाने में मधुबाला की एक्टिंग और खूबसूरती के दीवाने सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विदेशों मे भी थे। मधुबाला को हॉलीवुड से भी फिल्मों में अभिनय के ऑफर आने लगे। लेकिन उनके पिता ने उनको हॉलीवुड में काम करने से मना कर दिया था।

दिलीप और मधुबाला की लव स्टोरी

साल 1951 में आई फिल्म 'तराना' की शूटिंग के दौरान दिलीप कुमार और मधुबाला की नजदीकियां बढ़ने लगीं। यह दोनों 7 साल तक लंबे रिलेशनशिप में रहे। लेकिन एक गलतफहमी के कारण उनका और दिलीप का रिश्ता टूट गया। कहा तो यह भी जाता है कि मधुबाला के पिता के कारण उन दोनों का रिश्ता टूट गया था। हांलाकि मधुबाला और दिलीप साहब एक-दूसरे से शादी करना चाहते थे। लेकिन मधुबाला के पिता को दिलीप कुमार संग बेटी का रिश्ता मंजूर नहीं था। इस कारण उन्होंने दिलीप कुमार के सामने शादी के लिए ऐसी शर्त रखी, जिसे दिलीप कुमार ने मानने से इंकार कर दिया था। फिल्म 'मुगल-ए-आजम' की शूटिंग के दौरान दिलीप और मधुबाला का रिश्ता खत्म हो चुका था और वह इस दौरान एक-दूसरे से बात भी नहीं करते थे।

मौत

दुनिया को अलविदा कहने से पहले मधुबाला करीब 9 साल तक बिस्तर पर बीमार पड़ी रहीं। बता दें कि मधुबाला के दिल में छेद था। लेकिन उस दौरान इसका भारत में कोई खास इलाज नहीं था। लंबी बीमारी के बाद 23 फरवरी 1969 को मधुबाला ने हमेशा के लिए इस दुनिया को अलविदा कह दिया था।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़