Paris Paralympics 2024: भारत की झोली में हुए कुल 20 पदक, पैरालंपिक के छठे दिन इंडिया को 5 मेडल
वहीं, छठे दिन के खत्म होते-होते भारत की झोली में 20 पदक हो गए। पहले दीप्ति जीवांजी महिलाओं की 400 मीटर रेस में ब्रॉन्ज और फिर मेंस हाई जंप T63 इवेंट में शरद कुमार को सिल्वर और मरियप्पन थंगावेलु को ब्रॉन्ज मेडल मिला। इसके अलावा जैवलिन थ्रो F46 में भी अजीत सिंह को सिल्वर और सुंदर सिंह गुर्जर ने ब्रॉन्ज मेडल हासिल हुआ।
भारत के लिए पेरिस पैरांलिपक 2024 का छठा दिन अच्छा रहा। जहां शुरू में अवनि लेखरा, मोना अग्रवाल और पूजा मेडल हासिल नहीं कर पाईं वहीं, छठे दिन के खत्म होते-होते भारत की झोली में 20 पदक हो गए। पहले दीप्ति जीवांजी महिलाओं की 400 मीटर रेस में ब्रॉन्ज और फिर मेंस हाई जंप T63 इवेंट में शरद कुमार को सिल्वर और मरियप्पन थंगावेलु को ब्रॉन्ज मेडल मिला। इसके अलावा जैवलिन थ्रो F46 में भी अजीत सिंह को सिल्वर और सुंदर सिंह गुर्जर ने ब्रॉन्ज मेडल हासिल हुआ।
मेंस हाई जंप T63 स्पर्धा का सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल मिला है। शरद कुमरा ने जहां सिल्वर मेडल अपने नाम किया तो वहीं मरियप्पन थंगावेलु को ब्रॉन्ज मेडल मिला। मरियप्पन थंगावेलु ने 1.85 मीटर का जंप के साथ कांस्य पदक जीता। जबकि शरद ने पैरालंपिक रिकॉर्ड तोड़ते हुए 1.88 मीटर की जंप के बाद सिल्वर मेडल जीता। हालांकि, भारत के सैलेश कुमार इस इवेंट में चौथे स्थान पर रहे।
इसके अलावा जैवलिन थ्रो में भी भारत को सिल्वर और ब्रॉन्ज से संतोष करना पड़ा। जैवलिन थ्रो में भारत के अजीत सिंह ने 65.62 मीटर के थ्रो के साथ सिल्वर अपन नाम किया है। जबकि सुंदर सिंह गुर्जर ने 64.96 मीटर के थ्रो के साथ ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया।
इससे पहले दीप्ति जीवांजी ने महिलाओं की 400मीटर रेस में ब्रॉन्ज मेडल जीता। फाइनल में दीप्ति ने 55.82 सेकेंड का समय लिया। फिलहाल अभी तक भारत की झोली में 20 पदक आ चुके हैं। इस पैरालंपिक में भारत का टारगेट 25 पदक से ज्यादा जीतने का है।
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