भरतनाट्यम में रुचि रखने वाली Nethra Kumanan ने नौकायन की प्रतिस्पर्धा में पेरिस ओलंपिक के लिए किया क्वालीफाई

Nethra Kumanan
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Anoop Prajapati । Jul 2 2024 6:54PM

नेत्रा कुमानन ने पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया है। वे लगातार दो ओलंपिक गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली एकमात्र महिला नाविक भी हैं। कुमानन को भरतनाट्यम नृत्य में बचपन से ही बहुत अधिक रुचि रही है। उनसे पहले ओलंपिक में जगह बनाने वाले अन्य सभी भारतीय नाविक पुरुष थे।

टोक्यो ओलंपिक में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली नेत्रा कुमानन ने पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया है। वे लगातार दो ओलंपिक गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली एकमात्र महिला नाविक भी हैं। कुमानन को भरतनाट्यम नृत्य में बचपन से ही बहुत अधिक रुचि रही है। उनसे पहले ओलंपिक में जगह बनाने वाले अन्य सभी भारतीय नाविक पुरुष थे और वह ओलंपिक खेल में कोटा पूरा नहीं होने के कारण प्रतियोगिता में जगह बनाने में कामयाब हो सके थे। उनमें से कुछ भारतीय नाविकों ने प्रतीक्षा सूची (वेटिंग लिस्ट) में रहने के बाद ओलंपिक में जगह हासिल की थी।

21 अगस्त, 1997 को जन्मी, नेत्रा कुमानन को साल 2011 में तमिलनाडु सेलिंग एसोसिएशन द्वारा आयोजित एक ग्रीष्मकालीन शिविर के दौरान नौकायन के लिए बुलाया गया था। उस समय वह सिर्फ 12 वर्ष की थीं। यह वह समय था जब वह चीजों को एक्सप्लोर कर रहीं थीं। नेत्रा को एक युवा खिलाड़ी के रूप में टेनिस, बास्केटबॉल और साइकिल चलाना पसंद था। लेकिन उन्होंने सबसे ज्यादा भरतनाट्यम (एक भारतीय शास्त्रीय नृत्य) से सीखा, जिसे उन्हें नौकायन के लिए छोड़ना पड़ा। भरतनाट्यम ने उनके जीवन को आयाम दिया, अनुशासन, कड़ी मेहनत और समर्पण जैसे मूल्य उनके अंदर विकसित किया, जो आज भी उनकी मदद करता है। जबकि वह भरतनाट्यम से दूर हैं, और नौकायन उनके जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। 

चेन्नई के एसआरएम कॉलेज में इंजीनियरिंग की छात्रा नेत्रा कुमानन ने दो बार राष्ट्रीय चैंपियनशिप में जीत दर्ज की है और और दो बार उप-विजेता रहीं हैं। किसी अंतरराष्ट्रीय इवेंट में उनका पहला पोडियम फिनिश 2014 में चेन्नई में आयोजित इंडिया इंटरनेशनल रेगाटा में रहा था। साल 2013 में अंडर -21 के एक इवेंट में नेत्रा ने अपने अंतरराष्ट्रीय नौकायन (सेलिंग) करियर की शुरुआत की थी। चेन्नई की ये नाविक लेजर रेडियल कैटेगरी में रेस लगाती हैं। ये एक छोटी शैली की नाव होती है, जिसे एक हाथ से चलाया जाता है। नौकायन में नेत्रा कुमानन ने भारत को नई राह दिखाई है। 

जनवरी 2020 में मियामी में हेम्पेल विश्व कप सीरीज के दूसरे दौर में कांस्य पदक जीतने के बाद वह इस खेल में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला भी हैं। लेकिन, नेत्रा कुमानन ने उस जीत का जश्न नहीं मनाया क्योंकि उन्होंने अपनी रूममेट और दोस्त इटली की मटिल्डा टालुरी को हराकर यह जीत हासिल किया था, जो पांचवें स्थान पर रही थी। नेत्रा कुमानन एक अनुभवी नाविक हैं। उन्होंने 2014 और 2018 एशियाई खेल में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। उनका सबसे अच्छा प्रदर्शन इंडोनेशिया के जकार्ता में आयोजित 2018 एशियाई खेल में में देखने को मिला था, जहां वह चौथे स्थान पर रहीं थीं।

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