हरियाणा की धरती से चमका एक और सितारा, Manu Bhakar पेरिस में तिरंगा लहराने को तैयार

Manu Bhakar
प्रतिरूप फोटो
Social Media
Anoop Prajapati । Jul 2 2024 8:04PM

युवा निशानेबाज मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक गेम्स में क्वालीफाई करने में सफलता प्राप्त की है। युवा अवस्था में ही मनु भाकर रैंकिंग के माध्यम से भारत की शूटिंग स्टार बन गई। मनु भाकर की, हरियाणा के झज्जर में जन्मीं मनु भाकर ने स्कूल के दिनों में टेनिस, स्केटिंग और मुक्केबाजी मुकाबलों में हिस्सा लिया।

हरियाणा की रहने वाली युवा निशानेबाज मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक गेम्स में क्वालीफाई करने में सफलता प्राप्त की है। युवा अवस्था में ही मनु भाकर रैंकिंग के माध्यम से भारत की शूटिंग स्टार बन गई। मनु भाकर की, हरियाणा के झज्जर में जन्मीं मनु भाकर ने स्कूल के दिनों में टेनिस, स्केटिंग और मुक्केबाजी मुकाबलों में हिस्सा लिया। इसके अलावा उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाली 'थान टा' नामक एक मार्शल आर्ट में भी भाग लिया। भाकर पिछले 7 साल से शूटिंग कर रही हैं। वह ओलिंपिक 2020 का हिस्सा रह चुकी हैं। सिर्फ 16 साल की उम्र में साल 2018 के कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा लेकर 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में मनु ने गोल्ड मेडल जीता था।

21 साल की मनु भाकर हरियाणा के झज्जर के गांव गोरिया की रहने वाली हैं। पिता राम किशन भाकर मर्चेंट नेवी में वर्किंग हैं। शूटिंग से पहले मनु खुद को कराटे, थांग टा, टांता, स्केटिंग, स्वीमिंग और टेनिस में आजमा चुकी हैं। कराटे, थांग टा और टांता में मनु नेशनल मेडलिस्ट है। टांता में 3 बार की नेशनल चैंपियन है। स्केटिंग में स्टेट मेडल जीता। स्कूल में स्वीमिंग और टेनिस खेला। एक दिन मनु अपने पापा के साथ शूटिंग रेज में घूम रही थी। अचानक मनु शूटिंग करने लगी। उसने बिल्कुल बीच में 10 नंबर टारगेट पर निशाना साधा। यह देखकर पिता ने मनु को शूटिंग करने के लिए प्रोत्साहित किया। मनु को नेशनल कोच यशपाल राणा ने शूटिंग के गुर सिखाए, जिसके परिणामस्वरूप आज ओलिंपियन मनु भाकर दुनिया के सामने अपना टैलेंट दिखा रही है। 

मनु भाकर पिछले 7 साल से शूटिंग कर रही हैं। वह ओलिंपिक 2020 का हिस्सा रह चुकी हैं। सिर्फ 16 साल की उम्र में साल 2018 के कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा लेकर 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में मनु ने गोल्ड मेडल जीता था। 2018 ISSF वर्ल्ड कप में मनु ने 2 स्वर्ण पदक जीते थे। ऐसा करने वाली वह सबसे कम उम्र की भारतीय महिला खिलाड़ी हैं। शूटर मनु भाकर का प्रैक्टिस करने का तरीका काफी अलग है। मनु म्यूजिक सुनते हुए शूटिंग की प्रैक्टिस करती है। नेशनल लेवल पर खेलने से पहले मनु ने 2016 में शूटिंग में महेंद्रगढ़ में एक प्रतियोगिता में सबसे पहला पदक जीता था। इसके बाद कुमार सुरेंद्र सिंह प्रतियोगिता में जूनियर और युवा प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता था। सैयद वाजिद अली प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता था। 

टोक्यो 2020 के बाद, मनु भाकर लीमा में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल में जूनियर विश्व चैंपियन बनीं और तब से उन्होंने लगातार जूनियर सर्किट में पदक जीते हैं, हालांकि, भारतीय निशानेबाज 2021 के बाद से सीनियर प्रतियोगिताओं में अपनी योग्यता के अनुरूप प्रदर्शन करने में असफल रही हैं। मनु भाकर ने 2022 काहिरा विश्व चैंपियनशिप में महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल में रजत और हांगझोऊ में 2023 एशियाई खेलों में उसी स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। लेकिन उनकी एकमात्र व्यक्तिगत सीनियर जीत महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल में 2023 आईएसएसएफ विश्व कप सीरीज के भोपाल चरण में आई। इस प्रतियोगिता में उन्होंने कांस्य पदक जीता था। हालांकि, युवा निशानेबाज ने चांगवान में एशियन शूटिंग चैंपियनशिप 2023 में महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में पांचवें स्थान पर रहीं और भारत के लिए पेरिस 2024 ओलंपिक कोटा हासिल कर लिया है।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़