Maharashtra में उद्धव-ओवैसी मिलकर बीजेपी को रोकेंगे? AIMIM के MVA में शामिल होने को लेकर आया क्या नया अपडेट
गठबंधन के प्रमुख घटकों में से एक उद्धव गुट एआईएमआईअएम के एमवीए में आने के विरोध में है। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने गठबंधन में एआईएमआईएम को शामिल करने पर ऐतराज व्यक्त करते हुए कहा कि एमवीए में पहले से ही कांग्रेस और शरद पवार की एनसीपी, शिवसेना (यूबीटी), समाजवादी पार्टी, कम्युनिस्ट पार्टी, शेतकारी कामगार पक्ष और रिपब्लिकन संगठन जैसे कई दल शामिल हैं। इसलिए मौजूदा परिस्थितियों में नई पार्टी के लिए कोई जगह नहीं है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) पार्टी महा विकास अघाड़ी के साथ गठबंधन बनाने की कोशिश कर रही है। ओवैसी का एमवीए में आना उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिव सेना से बड़ा झटका हो सकता है। गठबंधन के प्रमुख घटकों में से एक उद्धव गुट एआईएमआईअएम के एमवीए में आने के विरोध में है। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने गठबंधन में एआईएमआईएम को शामिल करने पर ऐतराज व्यक्त करते हुए कहा कि एमवीए में पहले से ही कांग्रेस और शरद पवार की एनसीपी, शिवसेना (यूबीटी), समाजवादी पार्टी, कम्युनिस्ट पार्टी, शेतकारी कामगार पक्ष और रिपब्लिकन संगठन जैसे कई दल शामिल हैं। इसलिए मौजूदा परिस्थितियों में नई पार्टी के लिए कोई जगह नहीं है।
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गौरतलब है कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने कांग्रेस और एनसीपी (एसपी) को गठबंधन बनाने का लिखित प्रस्ताव सौंपा है। हालांकि, कांग्रेस और एनसीपी (एसपी) की ओर से अभी तक इस बारे में कोई औपचारिक फैसले की घोषणा नहीं की गई है। सूत्रों से पता चला कि प्रस्ताव को न तो स्वीकार किया गया है और न ही अस्वीकार किया गया है। हालाँकि, अगर एआईएमआईएम को शामिल करने को लेकर महा विकास अघाड़ी दलों के बीच आम सहमति नहीं बनी तो एआईएमआईएम को बड़ा झटका लग सकता है।
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संभावित गठबंधन को लेकर चल रही बातचीत के बीच, एआईएमआईएम ने महा विकास अघाड़ी को 28 सीटों की सूची सौंपी है, जहां से वह चुनाव लड़ना चाह रही है। पार्टी ने कहा कि ये सभी 28 सीटें मुस्लिम बहुल इलाकों में हैं, या जहां मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका निभाते हैं। पार्टी ने कहा कि अगर गठबंधन बनता है तो एआईएमआईएम सहयोगियों के लिए कुछ सीटें छोड़ने को भी तैयार है।
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