हरीश रावत पर कैप्टन अमरिंदर का पलटवार, बोले- सिद्धू को तानाशाही की क्यों मिली इजाजत?
कैप्टन अमरिंदर ने एक बार फिर से सिद्धू को घेरा है। उन्होंने कहा कि सिद्धू पार्टी आलाकमान पर दबाव बनाते हैं और उन्हें ज्यादा छूट दी गई है। कुछ महीनों से मुझ पर वाफादारी का दबाव था।
चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस में मचे घमासान के बीच में पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रदेश कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू को तानाशाही की इजाजत क्यों मिली ? कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि पंजाब में कांग्रेस की स्थिति काफी ज्यादा दयनीय है।
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सिद्धू पर बरसे कैप्टन अमरिंदर
इसी बीच कैप्टन अमरिंदर ने एक बार फिर से सिद्धू को घेरा है। उन्होंने कहा कि सिद्धू पार्टी आलाकमान पर दबाव बनाते हैं और उन्हें ज्यादा छूट दी गई है। कुछ महीनों से मुझ पर वाफादारी का दबाव था। उन्होंने कहा कि आलोचक भी मेरी ईमानदारी पर सवाल नहीं खड़ा कर सकते हैं। इसी बीच उन्होंने हरीश रावत की फोन नहीं उठाने वाली बात को बकवास बताया।
क्या बोले थे हरीश रावत ?
हरीश रावत ने कहा था कि रिपोर्टों में कोई तथ्य नहीं है कि कांग्रेस ने कैप्टन अमरिंदर सिंह का अपमान किया है। कैप्टन के हालिया बयानों से लगता है कि वह किसी के दबाव में हैं। उन्हें पुनर्विचार करना चाहिए और प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा की मदद नहीं करनी चाहिए।
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उन्होंने कहा था कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने विधायक दल (सीएलपी) की बैठक में हिस्सा लेने से मना किया था। उन्हें सीएलपी बैठक की सूचना दी गई थी। उन्होंने बताया कि कैप्टन अमरिंदर को पार्टी ने बहुत सम्मान दिया है। उन्हें पार्टी ने दो बार मुख्यमंत्री बनाया है।
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