प्रधानमंत्री के संबोधन पर सुरजेवाला का तंज, पूछा- आज के हुक्मरान चीन का नाम लेने से डरते क्यों हैं ?
प्रधानमंत्री के संबोधन के बाद सुरजेवाला ने कहा कि भारत के सशस्त्र बलों पर सभी देशवासियों और कांग्रेस को गर्व है। हमारी सेना ने ही हमेशा सीमाओं की रक्षा की और हर बार आक्रमण होने पर दुश्मनों को करारा जवाब दिया है।
नयी दिल्ली। कांग्रेस ने शनिवार को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के बाद सवाल किया कि आखिर आज के हुक्मरान चीन का नाम लेने से डरते क्यों हैं। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि अब हर देशवासी को सरकार से यह सवाल करना होगा कि चीन को भारत की सरजमीं से कैसे पीछे धकेला जाएगा। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने लद्दाख में चीन के साथ सीमा पर चल रहे तनाव के बीच शनिवार को कहा कि भारत की संप्रभुता का सम्मान सर्वोपरि है और जिसने भी इस पर आंख उठाई, देश व देश की सेना ने उसे उसकी ही में जवाब दिया।
इसे भी पढ़ें: PM मोदी का संबोधन आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को मजबूती देने वाला है: राजनाथ सिंह
देश के 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से मोदी ने कहा, ‘‘नियंत्रण रेखा (एलओसी) से लेकर वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) तक देश की संप्रभुता पर जिस किसी ने आंख उठाई है, देश ने, देश की सेना ने उसका उसी की में जवाब दिया है।’’ प्रधानमंत्री के संबोधन के बाद सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ भारत के सशस्त्र बलों पर सभी देशवासियों और कांग्रेस को गर्व है। हमारी सेना ने ही हमेशा सीमाओं की रक्षा की और हर बार आक्रमण होने पर दुश्मनों को करारा जवाब दिया है। सेना के तीनों अंगों अैर अर्धसैनिक बलों को हमारी से सलाम।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें यह भी सोचना होगा कि आज हुक्मरान चीन का नाम लेने से डरते क्यों हैं? आज जब चीन हमारी सरजमीं पर अतिक्रमण किए हुए है तो उसे पीछे कैसे धकेलना है, भारत मां की रक्षा कैसे करनी है, इस पर हर भारतवासी को सोचना होगा और सरकार से जवाब मांगना होगा। यह सच्ची आजादी का प्रतिबिंब है।’’ कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री की ओर से ‘आत्मनिर्भर भारत’ पर जोर दिए जाने को लेकर सरकार पर तंज किया।
इसे भी पढ़ें: एके एंटनी ने वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में कांग्रेस मुख्यालय में फहराया तिरंगा, सोनिया गांधी नहीं थीं उपस्थित
उन्होंने सवाल किया, ‘‘हर भारतवासी को सोचना है कि आज आजादी के मायने क्या हैं? क्या हमारी सरकार प्रजातंत्र में विश्वास रखती है, जनमत और बहुमत में विश्वास रखती है? इस देश में बोलने, सोचने, कपड़ा पहनने और आजीविका कमाने की आजादी है या कहीं न कहीं इन पर अंकुश लग गया है?’’ सुरजेवाला ने कहा, ‘‘आत्मनिर्भर भारत की बुनियाद पंडित जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल और दूसरे स्वतंत्रता सेनानियों ने रखी थी।
इसे भी देखें: लाल किले की प्राचीर से PM Modi का 7वां भाषण, देखिये प्रधानमंत्री ने क्या बड़ी बातें कहीं
अन्य न्यूज़