Bangladesh पर Lok Sabha में अब प्रियंका ने क्या कर दिया ऐसा? बीजेपी क्यों भड़क गई
विपक्षी सांसदों ने मंगलवार को संसद परिसर में अपने विरोध प्रदर्शन के तहत बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार के बारे में संदेश लिखी तख्तियां भी ले रखी थीं। विपक्ष संसद में उन मुद्दों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए अनूठे तरीकों से विरोध कर रहा है जिन पर वे चर्चा करना चाहते हैं, जैसे अमेरिकी अदालत द्वारा व्यवसायी गौतम अडानी पर अभियोग। सांसदों ने इस शीतकालीन सत्र में 'मोदी-अडानी एक हैं' संदेश वाली जैकेट और टी-शर्ट पहनकर विरोध जताया है।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने अपने बैग के साथ बयान देने की अपनी विशिष्ट शैली जारी रखी। 17 दिसंबर को संसद में एक बैग लेकर पहुंचीं, जिस पर लिखा था, हम बांग्लादेश के हिंदुओं और ईसाइयों के साथ खड़े हैं। इससे एक दिन पहले कांग्रेस नेता को फिलिस्तीन शब्द से सजे बैग के साथ देखा गया था। अपने कंधे पर बांग्लादेश बैग के साथ प्रियंका गांधी को मंगलवार को संसद परिसर में बांग्लादेश में हिंदुओं और ईसाइयों के खिलाफ होने वाले अत्याचारों के खिलाफ कांग्रेस सांसदों के विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करते देखा गया। विपक्षी सांसदों ने मंगलवार को संसद परिसर में अपने विरोध प्रदर्शन के तहत बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार के बारे में संदेश लिखी तख्तियां भी ले रखी थीं। विपक्ष संसद में उन मुद्दों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए अनूठे तरीकों से विरोध कर रहा है जिन पर वे चर्चा करना चाहते हैं, जैसे अमेरिकी अदालत द्वारा व्यवसायी गौतम अडानी पर अभियोग। सांसदों ने इस शीतकालीन सत्र में 'मोदी-अडानी एक हैं' संदेश वाली जैकेट और टी-शर्ट पहनकर विरोध जताया है।
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केरल के वायनाड से हालिया चुनावी जीत के बाद अपने पहले संसद सत्र में भाग ले रहीं प्रियंका गांधी ने 16 दिसंबर को लोकसभा सत्र के दौरान बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ होने वाले अत्याचारों के खिलाफ भी आवाज उठाई। शून्यकाल के दौरान बोलते हुए उन्होंने इन हमलों से पीड़ित लोगों के लिए सरकार से समर्थन का आह्वान किया। सरकार को बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों, हिंदुओं और ईसाइयों दोनों पर अत्याचार का मुद्दा उठाना चाहिए। इसे बांग्लादेश सरकार के साथ इस पर चर्चा करनी चाहिए और उन लोगों का समर्थन करना चाहिए जो दर्द में हैं।
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5 अगस्त को पूर्व प्रधान मंत्री शेख हसीना के शासन के पतन के बाद हुई अराजकता में बांग्लादेश में हिंदुओं सहित अल्पसंख्यकों पर लक्षित हमले हुए हैं और उनके पूजा स्थलों को नुकसान पहुंचा है। पिछले कुछ हफ्तों में बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की घटनाओं के साथ-साथ मंदिरों पर हमले भी हुए हैं, जिससे नई दिल्ली में गहरी चिंता पैदा हो गई है। बांग्लादेश ने मंगलवार को अल्पसंख्यकों, मुख्य रूप से हिंदुओं के खिलाफ सांप्रदायिक हिंसा की 88 घटनाओं को स्वीकार किया
बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों, हिंदुओं और ईसाइयों पर अत्याचार की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं।
— Congress (@INCIndia) December 17, 2024
लेकिन मोदी सरकार इस मुद्दे पर खामोश है, कोई कदम नहीं उठा रही।
आज संसद परिसर में कांग्रेस के सांसदों ने प्रदर्शन कर, बांग्लादेश में हिंदुओं, ईसाइयों व अल्पसंख्यकों के संरक्षण की मांग… pic.twitter.com/L0EeofTcLI
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