पश्चिम बंगाल पुलिस ने 10 लाख रुपये के इनामी माओवादी नेता को किया गिरफ्तार

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सूत्रों के अनुसार गोस्वामी2000 में संगठन की कोलकाता सिटी समिति का सचिव निर्वाचित हुआ था और वह 2003-04 में राज्य समिति का हिस्सा था। उसे हाल ही में संगठन के ‘पूर्वी क्षेत्रीय रीजनल ब्यूरो’ का प्रभार दिया गया था। उसे 2005 और 2013 में सीआईडी द्वारा, 2018 में पश्चिम मेदिनीपुर के गोअल्तोरे से बंगाल एसटीएफ द्वारा तथा तीन साल बाद फिर असम से एक केंद्रीय एजेंसी द्वारा गिरफ्तार किया गया था।

पश्चिम बंगाल पुलिस ने पुरूलिया जिले से माओवादी नेता सब्यसाची गोस्वामी उर्फ ‘किशोर’ को गिरफ्तार किया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गोस्वामी को झारखंड सीमा के पास बाघमुंडी थानाक्षेत्र में चौनिया गांव के पास एक जंगल से बृहस्पतिवार रात को गिरफ्तार किया गया और उसपर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित था। उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ हमे झारखंड सीमा के समीप जंगलों में उसकी आवाजाही की सूचना मिली थी। हमने छापा मारा और उसे चौनिया के पास जंगल से गिरफ्तार कर लिया। ’’ उन्होंने बताया कि उसके पास से कुछ कारतूस, एक पिस्तौल एवं कुछ दस्तावेज बरामद किये गये हैं।

उन्होंने बताया कि गोस्वामी राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) के अति वांछितों की सूची में था और उस पर 10 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की गयी थी। आईपीएस अधिकारी ने बताया कि गोस्वामी बांकुरा, पुरूलिया, झारग्राम,पश्चिम मेदिनीपुर के कुछ क्षेत्रों समेत बंगाल के विभिन्न जिलों में माओवादियों को फिर से संगठित करने का प्रयास कर रहा था। उन्होंने कहा, ‘‘ गोस्वामी की गिरफ्तारी एक बड़ी सफलता है क्योंकि वह बंगाल में माओवादी आंदोलन को फिर से संगठित करने का प्रयास कर रहा था। वह उसके लिए धन जुटा रहा था।’’ माओवादियों के बीच ‘किशोरदा’ नाम से लोकप्रिय गोस्वामी दक्षिण 24 परगना जिले के सोदेपुर रोड इलाके का रहने वाला है और उसकी उम्र करीब 55 साल है।

सूत्रों के अनुसार गोस्वामी2000 में संगठन की कोलकाता सिटी समिति का सचिव निर्वाचित हुआ था और वह 2003-04 में राज्य समिति का हिस्सा था। उसे हाल ही में संगठन के ‘पूर्वी क्षेत्रीय रीजनल ब्यूरो’ का प्रभार दिया गया था। उसे 2005 और 2013 में सीआईडी द्वारा, 2018 में पश्चिम मेदिनीपुर के गोअल्तोरे से बंगाल एसटीएफ द्वारा तथा तीन साल बाद फिर असम से एक केंद्रीय एजेंसी द्वारा गिरफ्तार किया गया था।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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