पश्चिम बंगाल: अमित शाह की आंबेडकर संबंधी टिप्पणी पर माकपा प्रदर्शन तेज करेगी
ध्रुवीकृत करने के निरंतर प्रयासों के खिलाफ भी अभियान चलाएंगे। उन्होंने कहा कि माकपा 12 जनवरी से ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ के खिलाफ विरोध कार्यक्रमों की एक श्रृंखला भी शुरू करेगी।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने मंगलवार को कहा कि वह केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा संसद में बीआर आंबेडकर पर की गई टिप्पणी के खिलाफ पूरे पश्चिम बंगाल में अपना विरोध प्रदर्शन तेज करेगी।
माकपा के प्रदेश सचिव मोहम्मद सलीम ने बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति पर भी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पार्टी की दो-दिवसीय प्रदेश समिति की बैठक में पड़ोसी देश और अन्य सभी जगहों पर अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा के लिए आंदोलन तेज करने का निर्णय लिया गया।
उन्होंने कहा कि माकपा कार्यकर्ता और उसके अग्रणी संगठनों के सदस्य शाह की टिप्पणियों के खिलाफ पूरे राज्य में प्रखंड स्तर पर विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे। उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘हमारे सामाजिक मोर्चों ने पहले ही विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। इसे और तेज किया जाएगा।’’
सलीम ने कहा कि माकपा कार्यकर्ता बांग्लादेश की स्थिति के बहाने लोगों को ध्रुवीकृत करने के निरंतर प्रयासों के खिलाफ भी अभियान चलाएंगे। उन्होंने कहा कि माकपा 12 जनवरी से ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ के खिलाफ विरोध कार्यक्रमों की एक श्रृंखला भी शुरू करेगी।
सलीम ने यह भी कहा कि माकपा नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि देने के लिए 23 जनवरी को ‘राष्ट्रीय देशभक्ति दिवस’ के रूप में मनाएगी। उन्होंने कहा कि पार्टी सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के खिलाफ अपना आंदोलन जारी रखेगी, जो पश्चिम बंगाल में ‘‘अलोकतांत्रिक, तानाशाही, भ्रष्ट’’ शासन का नेतृत्व करती है।
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