ब्लॉक प्रमुख का चुनाव, UP में तनाव, नामांकन में हिंसा सोची-समझी साजिश तो नहीं?

यूपी में 2022 में चुनाव हैं और ऐसे में इससे कुछ महीने पहले ही अलग-अलग जगहों पर हिंसा की इस तरह की खबरें कई तरह के सवाल खड़े करती है। सवाल ये भी उठता है कि क्या ये एक सोची-समझी साजिश तो नहीं। बीजेपी का आरोप है कि हार की हताशा में समाजवादी पार्टी की तरफ से जगह-जगह उपद्रव किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश के 10 जिलों में जबरदस्त बवाल हुआ है। ब्लॉक प्रमुख के चुनाव को लेकर नामांकन के दौरान बस्ती, उन्नाव, गोरखपुर, गाजीपुर, सिद्धार्थनगर, बुलंदशहर जिलों में जबरदस्त हंगामा हुआ। बस्ती में बीजेपी के बागी और बीजेपी के समर्थकों के बीच मारपीट हुई हैं वहीं गोरखपुर में समाजवादी पार्टी और बीजेपी के समर्थक आपस में ही भिड़ गए। सिद्धार्थनगर में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय पर हमला हुआ। इसके साथ ही उन्नाव में भी दो गुटों में झड़प हुई है। पुलिस ने समर्थकों पर लाठियां भांजी हैं। बुलंदशहर में बीजेपी के ही दो गुटों में बवाल हुआ है और पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा है। सीतापुर में झड़प के दौरान फायरिंग की खबर है। बता दें कि 825 सीटों पर ब्लॉक प्रमुख चुनाव हैं।
इसे भी पढ़ें: भारत में जो लोग रहते हैं उन्हें देश के नियमों का अनुपालन करना होगा : अश्विनी वैष्णव
सड़कों पर दिखी अराजकता
सबसे बड़ी ये है कि आज नामांकन का दिन है और ऐसे हालात देखने को मिले हैं। फिर मतदान के दिन की स्थिति का अंदाजा खुद लगा सकते हैं। याद दिला दें कि अभी कुछ दिनों पहले ही यूपी में पंचायत चुनाव संपन्न हुए हैं। लेकिन उसमें किसी भी किस्म की हिंसा की कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई थी। जिला पंचायत के अध्यक्ष के चुनाव हुए उसमें भी ऐसी हिंसा देखने को नहीं मिली। फिर आखिर ऐसा क्या हुआ कि ब्लॉक प्रमुख के चुनाव के नामांकन वाले दिन इस तरह की अराजकता सड़कों पर दिखाई देने लगी।
इसे भी पढ़ें: देश का कानून सर्वोच्च, नियमों का पालन करना पड़ेगा: ट्विटर विवाद पर बोले नए IT मिनिस्टर
सोची-समझी साजिश तो नहीं?
यूपी में 2022 में चुनाव हैं और ऐसे में इससे कुछ महीने पहले ही अलग-अलग जगहों पर हिंसा की इस तरह की खबरें कई तरह के सवाल खड़े करती है। सवाल ये भी उठता है कि क्या ये एक सोची-समझी साजिश तो नहीं। बीजेपी का आरोप है कि हार की हताशा में समाजवादी पार्टी की तरफ से जगह-जगह उपद्रव किया जा रहा है। पुलिस द्वारा कठोरता से कार्रवाई करने पर सपा आरोप-प्रत्यारोप कर रही है। बेहतर है कि वो अपनी हार स्वीकार कर ले और आत्म चिंतन करे। पंचायत चुनाव में शानदार नतीजों से बीजेपी के हौसले बुलंद हैं। वहीं 2022 में वापसी का सपना संजोय सपा ब्लॉक प्रमुख के चुनाव से कमबैक की उम्मीद लगा रही है। समाजवादी पार्टी के साथ ही कांग्रेस के लिए भी ये चुनाव नाक का सवाल बना हुआ है। यही वजह है कि छोटे लेवल के इस चुनाव में भी बड़ा तनाव नजर आ रहा है।
लोकतंत्र का घोटा जा रहा गला
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने क्षेत्र पंचायत प्रमुखों के चुनाव के लिए हुए नामांकन में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर अराजकता और हिंसा फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के लोग सरेआम ‘लोकतंत्र का गला घोंट रहे हैं।’ सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक बयान में आरोप लगाया, उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को भाजपा ने बंधक बना लिया है। ब्लॉक प्रमुख (क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष) चुनाव में नामांकन के दौरान भाजपा नेताओं-कार्यकर्ताओं द्वारा अराजकता और हिंसा किया जाना लोकतंत्र का उपहास है।
प्रियंका ने पीएम-सीएम पर बोला हमला
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश में ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दौरान हुई हिंसा को लेकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है और कहा है कि यूपी में कानून व्यवस्था की आंख पर पट्टी बांधकर लोकतंत्र का चीरहरण चल रहा है। उन्होंने हिंसा का एक वीडिया साझा किया।
पीएम साहब और सीएम साहब इसके लिए भी बधाई दीजिए कि
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 8, 2021
यूपी में आपके कार्यकर्ताओं ने
⭐कितनी जगह बमबाजी, गोलीबारी, पत्थरबाजी की
⭐कितने लोगों का पर्चा लूटा
⭐कितने पत्रकारों को पीटा
⭐कितनी जगह महिलाओं से बदतमीजी की
कानून व्यवस्था की आंख पर पट्टी बांधकर, लोकतंत्र का चीरहरण चल रहा है। pic.twitter.com/6H9L390frB
अन्य न्यूज़