प्रवासियों के लिए बसों के मामले पर उत्तर प्रदेश सरकार ने राजनीति की: प्रियंका
सिंह ने मंगलवार को लिखे अपने पत्र में मुख्यमंत्री की इस बात पर हैरानी जतायी कि प्रदेश सरकार पिछले तीन दिनों से बसों का ब्यौरा मांग रही है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में उप्र सरकार का पत्रमिलने के तत्काल बाद ब्यौरा उपलब्ध करा दिया गया था।
पत्र में उन्होंने कहा, ‘‘ आपकी सरकार की यह मांग राजनीति से प्रेरित लगती है। ऐसा नहीं लगता कि आपकी सरकार हमारे मजूदर भाइयों-बहनों की मदद करना चाहती है, जो एक आपदा का सामना कर रहे हैं।’’ उसने कहा,‘‘ 16 मई को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गाजियाबाद में गाजीपुर सीमा से 500 बसें और नोएडा सीमा से 500 बसें चलाने की अनुमति मांगी थी ताकि फंसे हुए प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचने में मदद कर सकें। इस संबंध में 18 मई शाम चार बजकर एक मिनट पर मुझे एक पत्र मिला और 1000 बसों की सूची, उनके चालक और कंडक्टर का ब्यौरा मांगा गया। इसे ईमेल मिलने के थोड़ी देर बाद ही मुहैया करा दिया गया था।’’ उधर, अपर मुख्य सचिव :गृह: अवनीश अवस्थी ने मंगलवार सुबह कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के निजी सचिव को भेजे गये पत्र में कहा, आपके पत्र के अनुसार आप लखनऊ में बस देने में असमर्थ हैं एवं नोएडा,गाजियाबाद बार्डर पर ही बस देना चाहते है। अत:ऐसी स्थिति में कृपया जिलाधिकारी गाजियाबाद को 500 बसें 12 बजे तक उपलब्ध कराने का कष्ट करें। जिलाधिकारी गाजियाबाद को तदअनुसार निर्देशित किया गया है। गाजियाबाद में जिला प्रशासन द्वारा सभी बसों को रिसीव किया जायेगा एवं उनका उपयोग किया जाएगा। कृपया गाजियाबाद के कौशांबी बस अड्डे एवं साहिबाबाद बस अड्डे में बसें उपलब्ध कराने का कष्ट करें।Government is trying to confuse people, they are intentionally making up fake numbers to do politics. We have provided the numbers of buses, we can make it public, you can verify it: Ajay Kumar Lallu, Uttar Pradesh Congress Chief https://t.co/tx3pbwzHou pic.twitter.com/JQn7s8vo5G
— ANI UP (@ANINewsUP) May 19, 2020
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कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के सचिव ने इसका जवाब देते हुये कहा कि कुछ बसें राजस्थान से आ रही हैं और कुछ दिल्ली से। इसलिये यह बसें गाजियाबाद तथा नोएडा बार्डर पर शाम पांच बजे पहुंचायी जाएंगी। गौरतलब है कि कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने हाल ही में उत्तर प्रदेश सरकार को लिखा था कि वह प्रवासी श्रमिकों को राज्य में पहुंचाने के लिए एक हजार बसें पार्टी के खर्चे पर चलवाना चाहती हैं और प्रदेश सरकार इसकी अनुमति दे। पार्टी ने इसके बाद भाजपा की प्रदेश सरकार पर उसके इस प्रस्ताव की अनदेखी करने का आरोप लगाया था। मंजूरी मिलने के कुछ देर बाद प्रियंका गांधी ने ट्वीट के जरिए प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार का धन्यवाद किया था। प्रियंका गांधी ने हिंदी में ट्वीट किया, ‘‘ उत्तर प्रदेश में सड़कों पर हजारों भाई बहन पैदल चले जा रहे हैं। उनकी मदद के लिए कांग्रेस को अपने खर्चे पर एक हजार बसें चलाने की हमें अनुमति देने के लिए आपका धन्यवाद।’’ उन्होंने कहा था कि इस मुश्किल समय में कांग्रेस इन लोगों के साथ खड़ी है। इससे पूर्व सोमवार को एक टेलीविजन इंटरव्यू मेंमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस पर आरोप लगाया था कि वह प्रवासी श्रमिकों के मुद्दे पर राजनीति कर रही है। सिंह ने मंगलवार को लिखे अपने पत्र में मुख्यमंत्री की इस बात पर हैरानी जतायी कि प्रदेश सरकार पिछले तीन दिनों से बसों का ब्यौरा मांग रही है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में उप्र सरकार का पत्रमिलने के तत्काल बाद ब्यौरा उपलब्ध करा दिया गया था।
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