चंद्रमा पर Chandrayaan-3 की लैंडिंग दिखाने के लिए विशेष सभाएं आयोजित करें विश्वविद्यालय : केंद्र
भारत के चंद्रयान-3 की लैंडिंग एक यादगार अवसर है, जो न केवल जिज्ञासा को बढ़ावा देगा, बल्कि हमारे युवाओं के मन में अन्वेषण के लिए जुनून भी जगाएगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के मुताबिक, चंद्रयान-3 के बुधवार शाम लगभग छह बजकर चार मिनट पर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर “सॉफ्ट लैंडिंग” करने की संभावना है।
नयी दिल्ली। केंद्र सरकार ने सभी विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों से चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की लैंडिंग का सीधा प्रसारण दिखाने के लिए विशेष सभाएं आयोजित करने को कहा है। उच्च शिक्षा सचिव के संजय मूर्ति ने सभी शिक्षण संस्थानों के प्रमुखों को लिखे एक पत्र में कहा है, “भारत के चंद्रयान-3 की लैंडिंग एक यादगार अवसर है, जो न केवल जिज्ञासा को बढ़ावा देगा, बल्कि हमारे युवाओं के मन में अन्वेषण के लिए जुनून भी जगाएगा।
इससे गर्व और एकता की गहरी भावना पैदा होगी, क्योंकि हम सामूहिक रूप से भारतीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी की ताकत का जश्न मनाएंगे।” उन्होंने कहा, “यह वैज्ञानिक अन्वेषण और नवाचार के माहौल को बढ़ावा देने में योगदान देगा।” विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने भी इसी तरह का निर्देश जारी कर शिक्षण संस्थानों से बुधवार को भारत के तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 की लैंडिंग का लाइव प्रसारण दिखाने के लिए विशेष सभाएं आयोजित करने को कहा है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के मुताबिक, चंद्रयान-3 के बुधवार शाम लगभग छह बजकर चार मिनट पर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर “सॉफ्ट लैंडिंग” करने की संभावना है। मूर्ति ने पत्र में कहा, “उच्च शिक्षण संस्थानों से अनुरोध है कि वे शाम 5.30 बजे से 6.30 बजे तक विशेष सभाएं आयोजित करें और चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की लैंडिंग का सीधा प्रसारण दिखाकर इस महत्वपूर्ण पल के गवाह बनें।
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