भतीजे अखिलेश को चाचा शिवपाल की नसीहत, समाजवादी पार्टी में नहीं होनी चाहिए माफियाओं की एंट्री
उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने है। सभी पार्टियां अपनी अपनी रणनीति को अंजाम देने में जुटी हुई हैं। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव लगातार भाजपा सरकार पर निशाना साध रहे हैं।
हाल में ही माफिया डान और बहुजन समाज पार्टी के विधायक मुख्तार अंसारी के बड़े भाई सिबगतुल्लाह अंसारी ने आज अपने बेटे के साथ समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी। इसी को लेकर अखिलेश यादव के चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रमुख शिवपाल यादव ने अपनी राय रखी है। शिवपाल यादव ने साफ तौर पर कहा कि समाजवादी पार्टी में माफियाओं की एंट्री नहीं होनी चाहिए। उन्होंने दावा किया कि जब तक वह समाजवादी पार्टी में थे तब तक इस तरह के लोगों को कभी भी प्रवेश नहीं करवाया गया। शिवपाल यादव ने यह भी कहा कि जब तक मैं प्रदेश अध्यक्ष था हमारे पास कोई माफिया नहीं आया। किसी भी माफिया को समाजवादी पार्टी में नहीं लिया जाना चाहिए।
आपको बता दें कि 2016-17 में अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच विवाद इसी बात को लेकर शुरू हुआ था। शिवपाल यादव ने कहा कि मैंने पहले ही सिबगतुल्लाह अंसारी और अफजल अंसारी को समाजवादी पार्टी में लिया था। लेकिन बाद में उन्हें पार्टी छोड़नी पड़ी थी। 2016 में अखिलेश यादव ने इन दोनों की ही एंट्री का विरोध किया था। उन्होंने कहा कि मैंने ही कौमी एकता दल का समाजवादी पार्टी में विलय करवाया था। तब अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे और खुले तौर पर इसका विरोध किया था।
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आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने है। सभी पार्टियां अपनी अपनी रणनीति को अंजाम देने में जुटी हुई हैं। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव लगातार भाजपा सरकार पर निशाना साध रहे हैं। वही शिवपाल यादव की अपनी रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं। इन सबके बीच लगातार सवाल यह उठ रहे हैं कि क्या शिवपाल यादव और अखिलेश यादव एक बार फिर से साथ आ सकते हैं। हालांकि दोनों इस संभावना से लगातार इंकार कर रहे हैं।
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