राजस्थान के दौसा जिले में बाघ ने वन विभाग के वाहन पर हमला किया, कोई चोटिल नहीं

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ANI

दौसा और अलवर जिले के गांवों में पिछले दो दिनों से बाघ (एसटी-2402) की दहशत है और सरिस्का और रणथंभौर बाघ अभ्यारण्य की टीम बाघ को बेहोश कर पकडने की कोशिश कर रही हैं।

राजस्थान में दौसा जिले के महुखुर्द गांव में महिला समेत तीन लोगों को घायल करने वाले बाघ को पकड़ने गई वन विभाग की टीम के वाहन पर उसने (बाघ ने) हमला कर दिया लेकिन कोई चोटिल नहीं हुआ।

एक अधिकारी के अनुसार इस दौरान वाहन का कांच टूट गया लेकिन किसी कर्मचारी को चोट नहीं आई है। दौसा के जिला वन अधिकारी केतन कुमार ने बताया कि बुधवार रात बाघ ने एक खेत में वन विभाग की टीम के वाहन पर हमला कर दिया लेकिन किसी को चोट नहीं आई है।

कुमार के अनुसार 22 माह के बाघ (एसटी-2402) को टीम ने बृहस्पतिवार सुबह अलवर के करणपुरा में तलाश किया। उसके पैरों के निशान सरसों के खेत में पाये गये। बाघ अलवर से आगे की ओर निकल गया है आज रात टीम उसे पकडने की कोशिश कर रही है।

दौसा और अलवर जिले के गांवों में पिछले दो दिनों से बाघ (एसटी-2402) की दहशत है और सरिस्का और रणथंभौर बाघ अभ्यारण्य की टीम बाघ को बेहोश कर पकडने की कोशिश कर रही हैं।

दरअसल, बाघ ने बुधवार को दौसा के महुखुर्द गांव में एक महिला समेत तीन लोगों पर हमला कर दिया था। रात में यह बाघ दौसा से निकलकर अलवर के करणपुरा गांव में पहुंच गया।

वन विभाग के बांदीकुई (दौसा) के रेंजर दीपक शर्मा ने बताया कि बृहस्पतिवार को भी बाघ की ‘लोकेशन’ के आधार पर उसकी तलाश की गई। शर्मा ने बताया कि सरिस्का और रणथंभौर से आई टीम ने महुखुर्द के आसपास और पलासन नदी क्षेत्र में बाघ को तलाश किया, लेकिन उसे पकड़ा नहीं जा सका।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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