हाथ को आया पर मुंह न लगा: तीन राज्य-तीन पुलिस और दिल्ली का मैदान कुरुक्षेत्र में तब्दील, जानें बग्गा की गिरफ्तारी से वापसी तक की कहानी
दिल्ली पुलिस द्वारा बग्गा को हिरासत में लेने के बाद पंजाब पुलिस ने कुरुक्षेत्र में अपनी पुलिस टीम की "हिरासत" के खिलाफ पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया।
आज पूरे देश में एक ही खबर सबसे ज्यादा चर्चा बटोर रही है। वो है तेजिंदर पाल सिंह बग्गा की गिरफ्तारी। पंजाब पुलिस ने दिल्ली आकर तेजिंदर सिंह को उठाया फिर उसे हरियाणा पुलिस ने रोका। फिर दिल्ली पुलिस हरियाणा गई और उन्हें छुड़ाकर अपने साथ लेकर आ गई। ये इतना बड़ा पॉलिटिकल ड्रामा पूरे दिन चलता रहा और एक राज्य की पुलिस दूसरे राज्य की पुलिस के सामने खड़ी नजर आई। तेजिंदर पाल सिंह बग्गा की गिरफ्तारी और उन्हें इस तरह से उठाकर ले जाने का मामला सियासी ड्रामे में तब्दील हो गया। दिल्ली पुलिस एक घंटे पहले मुरथल फ्लाइ ओवर से तेजिंदर पाल बग्गा को लेकर निकली पंजाब पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के कुछ घंटे बाद भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा शुक्रवार शाम दिल्ली लौट आए। दिल्ली के जनकपुरी से सुबह करीब 8.15 बजे शुरू हुए पकड़म-पकड़ाई के खेल के 7 घंटे बाद बग्गा दिल्ली वापस आ गए।
हाई कोर्ट पहुंचा मामला
दिल्ली पुलिस द्वारा बग्गा को हिरासत में लेने के बाद पंजाब पुलिस ने कुरुक्षेत्र में अपनी पुलिस टीम की "हिरासत" के खिलाफ पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। हरियाणा पुलिस के हस्तक्षेप को 'कानून का उल्लंघन' करार देते हुए, महाधिवक्ता (एजी) अनमोल रतन सिद्धू ने दावा किया कि सब कुछ प्रक्रिया के अनुसार चल रहा था लेकिन हरियाणा पुलिस ने प्रक्रिया में देरी की। पंजाब सरकार ने कोर्ट से दिल्ली पुलिस को बग्गा के साथ हरियाणा की सीमा पार नहीं करने देने का भी अनुरोध किया।
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अपहरण का मामला दर्ज
भाजपा के तजिंदर बग्गा के पिता प्रीत पाल सिंह बग्गा की शिकायत पर जनकपुरी थाने में धारा 452, 365, 342, 392, 295 34 के तहत एफआईआर दर्ज की गई, जिसमें उनके बेटे की गिरफ्तारी से पहले की घटनाओं पर तत्काल कार्रवाई की मांग की गई थी। एफआईआर में कहा गया है कि पुरुषों का एक समूह हथियार लेकर उनके घर में घुस आए और उन्होंने तजिंदर को पूछा और जब प्रीत पाल ने उनसे सवाल किया तो उन्होंने उसे थप्पड़ मार दिया। इसके बाद उन्होंने बग्गा और उसके परिवार की पिटाई कर दी। एफआईआर में यह भी कहा गया है कि तजिंदर बग्गा ने उनसे से आग्रह किया कि वे उसे ले जाने से पहले पगड़ी पहनने दें, लेकिन उन्होंने उसे खींच लिया। प्रीत पाल का कहना है कि उसे शक है कि उसके बेटे को मार दिया जा सकता है और इसलिए उन्होंने अनुरोध किया कि उसकी जान बचाई जाए। दिल्ली पुलिस का प्रतिनिधित्व करने वाले एएसजी सत्य पाल जैन ने कहा कि आज सुबह जनकपुरी थाना में बग्गा के पिता ने FIR दर्ज कराया, जिसमें उन्होंने कहा कि सुबह कुछ लोग उनके घर आकर तोड़फोड़ की और तजिंदर को जबरदस्ती उठाकर ले गए। उन्हें भी मारा गया और उन्हें तथा उनके बेटे की जान को खतरा है। हमने पंजाब की किसी भी पुलिस को हिरासत में नहीं लिया है, पंजाब पुलिस ने दिल्ली पुलिस को बग्गा की गिरफ्तारी से पहले की जानकारी नहीं दी थी उन्होंने अपने आप जाकर उन्हें हिरासत में लिया जो कि कानून के खिलाफ था। केस पर कल सुबह 10 बजे सुनवाई होगी। इस पर जनकपुरी थाना में एफआईआर दर्ज हुआ और उसके बाद दिल्ली पुलिस को द्वारका कोर्ट से सर्च वारंट मिला। जब पता लगा कि उन्हें पिपिली के पास हरियाणा पुलिस ने पकड़ा है जिसके बाद वहां से दिल्ली पुलिस ने बग्गा को अपने हिरासत में लेकर दिल्ली आई। जो भी कानूनी कार्रवाई है वो की जाएगी।
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बीजेपी कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन
भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा की गिरफ्तारी पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने आम आदमी पार्टी के कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। दिल्ली पुलिस ने आम आदमी पार्टी के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया।
बीजेपी ने साधा निशाना
दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने इस पूरे मामले में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। आदेश गुप्ता ने कहा, तेजिंदर बग्गा पर जो कार्रवाई हुई है वो बहुत शर्मनाक है। केजरीवाल ने पंजाब पुलिस के जरिए एक बुजुर्ग व्यक्ति को पिटवाया है, उनके मुंह में कपड़ा ठूंसा गया है, अभद्रता की गई है। पंजाब पुलिस इस कदर गुंडागर्दी पर उतारू है कि उन्होंने एक सिख को अपनी पगड़ी तक भी नहीं बांधने दी। भाजपा नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा की गिरफ्तारी पर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि अरविंद केजरीवाल जी की ये तानाशाही है, जब बंदर के हाथ में उस्तरा मिल जाता है तो वह ऐसे ही काम करता है। वह किसी की भी हजामत करने लगता है। इस प्रकार की पुलिस दुरुपयोग की हम निंदा करते हैं।
क्यों हुई बग्गा की गिरफ्तारी
बीजेपी युवा मोर्चा के अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या और तेजिंदर बग्गा की अगुआई में 200 लोग सीएम आवास के करीब प्रदर्शन कर रहे थे। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा था कि पंजाब चुनाव में नहीं हरा सके तो बीजेपी अब केजरीवाल की हत्या कराना चाहती है। प्रदर्शन के दौरान बग्गा ने टीवी चैनलों से कहा कि भाजयुमो के कार्यकर्ता उन्हें (केजरीवाल को) जीने नहीं देंगे। तीन अप्रैल को मोहाली में बग्गा के खिलाफ आप प्रवक्ता सन्नी आहलूवालिया की शिकायत पर यह मुकदमा दर्ज हो गया। इस एफआईआर में बग्गा पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने केजरीवाल को जान से मारने की धमकी दी।
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