बिहार में ‘डबल इंजन’ की कोई सरकार नहीं: तेजस्वी ने किया दावा
नीति आयोग की राष्ट्रीय बहुआयामी गरीबी सूचकांक बेसलाइन रिपोर्ट के अनुसार, शिक्षा, पोषण, स्कूलों में उपस्थिति, बिजली, आवास और बैंक खातों जैसे अधिकांश सूचकांकों में बिहार का प्रदर्शन खराब है।
पटना| राजद नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को बिहार के नीतीश कुमार शासन पर सभी मोर्चों, विशेषकर रोजगार सृजन पर पूरी तरह से विफल रहने का आरोप लगाया और दावा किया कि राज्य में कोई ‘डबल इंजन की सरकार’ नहीं है।
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ वर्षों से, भाजपा ‘डबल इंजन सरकार’ पर जोर दे रही है और यह दावा करती है कि यह तेजी से विकास सुनिश्चित करेगी।
भाजपा केंद्र और राज्य में एक ही पार्टी शासन को ‘डबल इंजन’ सरकार कहती है। हालांकि जनता दल (यूनाइटेड) के नेता नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री हैं, लेकिन उनकी सहयोगी भाजपा के पास उनकी पार्टी की तुलना में अधिक विधायक हैं।
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता यादव ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार अपने वादों को पूरा करने में विफल रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘बिहार सरकार के एक महीने में लोगों को 19 लाख नौकरियां देने के वादे का क्या हुआ? जनता अब और इंतजार नहीं कर सकती... राज्य में कोई डबल इंजन की सरकार नहीं है।’’
वर्ष 2020 में विधानसभा चुनाव से पहले, भाजपा ने अपने घोषणापत्र में बेरोजगारों को 19 लाख नौकरियों का वादा किया था। राजद ने 10 लाख रोजगार देने का वादा किया था।
राजद प्रमुख लालू प्रसाद के छोटे पुत्र तेजस्वी यादव ने कहा, ‘‘केंद्र सरकार की एजेंसियों की हालिया रिपोर्ट ने बिहार सरकार को लगभग सभी संकेतकों पर विफल दिखाया है।
इस बारे में जब भी मुख्यमंत्री से पूछा गया तो उन्होंने अनभिज्ञता जाहिर की। इससे पता चलता है कि बिहार सरकार लोगों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए गंभीर नहीं है।’’ उन्होंने दावा किया कि लोग जल्द ही मुख्यमंत्री और उनके वादों पर ध्यान देना बंद कर देंगे।
नीति आयोग की राष्ट्रीय बहुआयामी गरीबी सूचकांक बेसलाइन रिपोर्ट के अनुसार, शिक्षा, पोषण, स्कूलों में उपस्थिति, बिजली, आवास और बैंक खातों जैसे अधिकांश सूचकांकों में बिहार का प्रदर्शन खराब है।
यादव ने कहा कि राजद जल्द ही राज्य में बेरोजगारी के खिलाफ राज्यव्यापी विरोध शुरू करेगी।
अन्य न्यूज़