भारत-इजरायल सम्मेलन के प्रतिभागियों ने किया प्रदेश के बागवानी केंद्रों का दौरा
एकीकृत मधुमक्खी पालन विकास केंद्र, रामनगर में पहुंचने पर बागवानी विभाग के उप निदेशक व मधुमक्खी पालन विकास केंद्र के निदेशक डॉ. बिल्लू यादव ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और कहा इस केंद्र का मुख्य उद्देश्य हरियाणा में मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देना है।
चंडीगढ़ । भारत-इजरायल सम्मेलन में आए देशभर से 23 राज्यों के 100 प्रतिभागियों ने आज एकीकृत मधुमक्खी पालन विकास केंद्र, रामनगर (कुरुक्षेत्र) और सब्जी उत्कृष्टता केंद्र, घरौंडा, करनाल का दौरा किया।
एकीकृत मधुमक्खी पालन विकास केंद्र, रामनगर में पहुंचने पर बागवानी विभाग के उप निदेशक व मधुमक्खी पालन विकास केंद्र के निदेशक डॉ. बिल्लू यादव ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और कहा इस केंद्र का मुख्य उद्देश्य हरियाणा में मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देना है। इसके बाद सभी प्रतिभागियों को शहद प्रसंस्करण इकाई एवं बॉटलिंग इकाई का दौरा कराया गया।
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डॉ. यादव ने बताया कि राज्य के मधुमक्खी पालक इस केन्द्र की सहायता से अनुदान राशि पर अपने शहद का प्रसंस्करण करवाते हैं और बोतल भर कर अपना व्यक्तिगत चिह्न लगाकर फिर उसे बाजार में बेचते हैं, जिससे उनकी आमदनी बढ़ती है। इसके अलावा, मधुमक्खी पालक द्वारा प्रसंस्करण के लिए लाए गए कच्चे शहद की गुणवत्ता केंद्र में स्थापित क्वालिटी कंट्रोल लैब में जांची जाती है।
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डॉ. यादव ने सभी प्रतिभागियों को केंद्र में स्थापित छत्ता निर्माण इकाई के बारे में भी अवगत कराया। उन्होंने बताया कि राज्य के मधुमक्खी पालकों को इस केंद्र में निर्मित असाधारण कॉम्ब शीट का लाभ मिला है और सुपर बी बॉक्स की साइलेंट बॉक्स निर्माण इकाई में उच्च गुणवत्ता वाली केल की लकड़ी तैयार की जाती है, जिसे किसानों को वितरित किया जाता है।
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