'विपक्षी को देश से ज्यादा दल की चिंता', PM Modi बोले- जिनके बही-खाते बिगड़े हुए हैं, वह भी हमसे हिसाब मांग रहे
विपक्ष पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि कई ऐसे बिल थे जो गांव, गरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासी के लिए थे, उनके कल्याण, भविष्य के साथ जुड़े हुए थे। लेकिन उनको (विपक्ष) इसकी चिंता नहीं है। विपक्ष के आचरण, व्यवहार से सिद्ध हुआ है कि उनके लिए देश से अधिक दल है, देश से बड़ा दल है, देश से पहले प्राथमिकता दल की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लोकसभा में तीन दिनों तक चली अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने विपक्षी दलों पर जबरदस्त तरीके से निशाना साधा। अपने भाषण की शुरूआत में मोदी ने कहा कि देश की जनता ने हमारी सरकार पर जो भरोसा बार-बार दिखाया है - मैं देश की करोड़ों जनता का आभार प्रकट करने के लिए यहां आया हूं। उन्होंने कहा कि आज, मैं देख सकता हूं कि आपने (विपक्ष) तय कर लिया है कि जनता के आशीर्वाद से एनडीए और बीजेपी पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए शानदार जीत के साथ वापस आएगी। उन्होंने कहा कि भगवान बहुत दयालु हैं और किसी माध्यम से बोलते हैं। मेरा मानना है कि यह भगवान का आशीर्वाद है कि विपक्ष यह प्रस्ताव लाया है। मैंने 2018 में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान कहा था कि यह हमारे लिए फ्लोर टेस्ट नहीं था बल्कि उनके लिए फ्लोर टेस्ट था और परिणामस्वरूप वे चुनाव हार गए।
इसे भी पढ़ें: PM मोदी न तो वाजपेयी और न ही मनमोहन सिंह, वो तो... बिलावल भुट्टो के फिर बिगड़े बोल
विपक्ष पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि कई ऐसे बिल थे जो गांव, गरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासी के लिए थे, उनके कल्याण, भविष्य के साथ जुड़े हुए थे। लेकिन उनको (विपक्ष) इसकी चिंता नहीं है। विपक्ष के आचरण, व्यवहार से सिद्ध हुआ है कि उनके लिए देश से अधिक दल है, देश से बड़ा दल है, देश से पहले प्राथमिकता दल की है। मैं समझता हूं कि गरीब की भूख की चिंता नहीं है, आपको सत्ता की भूख सवार है। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने फील्डिंग लगाई, लेकिन सरकार की तरफ से चौके-छक्के लगे। विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव पर नो बॉल-नो बॉल कर रहा है। जबकि सरकार की तरफ से सेंचुरी लगाई जा रही हैं। मैं विपक्ष से कहना चाहूंगा कि थोड़ी मेहनत करके आएं। आपसे मैंने 2018 में कहा था कि मेहनत करके आने लेकिन पांच साल में भी कुछ नहीं बदला। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि विपक्ष ने देश को निराशा के अलावा कुछ नहीं दिया। जिनके खुद के बही-खाते बिगड़े हुए हैं, वे भी हमसे हमारा हिसाब मांग रहे हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारा ध्यान देश के विकास पर होना चाहिए। यह समय की मांग है। हमारे युवाओं में सपनों को साकार करने की ताकत है। हमने देश के युवाओं को भ्रष्टाचार मुक्त सरकार, आकांक्षाएं और अवसर दिए हैं। उन्होंने कहा कि हमने भारत की प्रतिष्ठा को ऊंचाइयों पर पहुंचाया है लेकिन कुछ लोग हैं जो दुनिया में हमारे देश की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन आज दुनिया का भारत पर भरोसा बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस अविश्वास प्रस्ताव में कुछ बातें तो इतनी अजीब हैं कि पहले कभी सुनी-देखी नहीं, कल्पना भी नहीं की...वक्ताओं में सबसे बड़े विपक्षी दल के नेता का नाम नहीं...इस बार क्या हो गया अधीर जी (अधीर रंजन चौधरी) का?
इसे भी पढ़ें: 'मणिपुर और हस्तिनापुर में कोई फर्क नहीं', Adhir Ranjan का बयान, जब धृतराष्ट्र अंधे थे, तब द्रौपदी का...
अधीर रंजन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया...यह आपकी उदारता थी कि आपने उन्हें आज बोलने की अनुमति दी, जबकि उनका समय समाप्त हो चुका था। लेकिन गुड़ का गोबर कैसे करना उसमें ये माहिर हैं...मुझे नहीं पता कि आपकी मजबूरी क्या है, अधीर बाबू को क्यों किनारे कर दिया गया है। शायद कोलकाता से फोन आया था, कांग्रेस बार-बार उनका अपमान करती है...हम अधीर बाबू के प्रति अपनी पूरी संवेदना व्यक्त करते हैं। पीएम ने कहा कि 'विपक्ष के लोगों को एक रहस्य वरदान मिला हुआ है कि जिसका भी ये लोग बुरा चाहेंगे उसका भला ही होगा। अपने तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा ही एक उदाहरण आपके सामने खड़ा है। 20 साल हो गए क्या कुछ नहीं हुआ पर भला ही हो गया।
अन्य न्यूज़