Madhya Pradesh के शिक्षक अब सड़कों पर करेंगे भिखारियों की तलाश, Congress ने बताया तुगलकी फरमान
शिक्षकों के लिए मध्य प्रदेश शासन ने प्रदेश में एक नया नियम जारी किया है। जिसके तहत सड़कों पर भीख मांग रहे बच्चों की गिनती कर उन्हें विद्यालय तक लाना होगा। इस नियम को लेकर शिक्षकों में नाराजगी है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के नियम उनके ऊपर जबरदस्ती थोपे जा रहे हैं।
मध्य प्रदेश शासन ने प्रदेश में शिक्षकों के लिए एक नया नियम जारी किया है। जिसके तहत सड़कों पर भीख मांग रहे बच्चों की गिनती कर उन्हें विद्यालय तक लाना होगा। इस नियम को लेकर शिक्षकों में नाराजगी है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के नियम उनके ऊपर जबरदस्ती थोपे जा रहे हैं। नए नियमों को लेकर मुख्य कांग्रेस प्रवक्ता सुदेश शर्मा ने इसे तुगलकी फरमान करार देते हुए कहा, 'बाद में शिक्षा की बारी, पहले ढूंढो भिखारी।' उन्होंने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश की शासन व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है।
कांग्रेस ने ही कहा कि प्रदेश सरकार ने शिक्षा का स्तर बुरी तरह से गिरा दिया है। अभिभावकों पर 1 साल की पूरी फीस देने का नियम भी सरकार पारित कर चुकी है। जिससे लोगों के ऊपर फीस को लेकर अतिरिक्त दबाव पड़ रहा है। तो वहीं भारतीय जनता पार्टी ने इस फैसले का बचाव करते हुए कहा कि गरीब और भिखारी बच्चों को शिक्षा व्यवस्था से जोड़ने के लिए यह नियम पारित किया गया है। साथ ही पार्टी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की हमेशा से यही मानसिकता रही है कि बच्चे पढ़ाई की जगह भीख मांगते रहें।
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