जम्मू-कश्मीर में भी बढ़ रहे कोरोना के तेजी से मामले, कड़े किए गए प्रतिबंध
अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी। अधिकारियों के मुताबिक लॉकडाउन की घोषणा के साथ ही केन्द्र शासित प्रदेश के कई जिलों में लोगों के आने-जाने और एकत्र होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में कोरोना वायरस संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों के मद्देनजर बृहस्पतिवार से लॉकडाउन समेत कड़े प्रतिबंध लागू किए गए हैं जिसके कारण कई इलाकों में जनजीवन भी प्रभावित रहा। इसके अलावा अलगाववादी नेता मोहम्मद अशरफ सहराई के निधन के कारण घाटी में भी कड़े प्रतिबंध लागू किए गए हैं। अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी। अधिकारियों के मुताबिक लॉकडाउन की घोषणा के साथ ही केन्द्र शासित प्रदेश के कई जिलों में लोगों के आने-जाने और एकत्र होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
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जम्मू और घाटी के कई इलाकों में पहले से ही कर्फ्यू लागू है। इसके बाद जम्मू क्षेत्र में भी लोगों के एकत्र होने समेत कई प्रतिबंध लागू कर दिए गए हैं। दरअसल, जम्मू के एक अस्पताल में बुधवार को अलगाववादी नेता सहराई के निधन के बाद से ही घाटी के कई इलाकों में प्रतिबंध लागू कर दिए गए थे। सहराई को जन सुरक्षा कानून के तहत पिछले वर्ष जुलाई में हिरासत में लिया गया था और ऊधमपुर की जेल में रखा गया था। कोविड प्रोटोकॉल के तहत आज तड़के कुपवाड़ा जिले स्थित उनके पैतृक गांव में सुपुर्दे-ए-खाक किया गया।
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लोगों की आवाजाही को रोकने के लिए सड़कों पर पुलिस की ओर से बैरिकेड लगाए गए हैं। लॉकडाउन के दौरान आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को काम करने की अनुमति दी गयी है। अधिकारियों ने बताया कि लॉकडाउन के कारण घाटी में दुकानें, पेट्रोल पंप और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान भी बंद रहे जबकि सार्वजनिक परिवहन के साधन भी सड़कों से नदारद रहे। कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने 29 अप्रैल को प्रदेश के 11 जिलों में कर्फ्यू लागू करने की घोषणा की थी जिसे अगले ही दिन 20 जिलों में लागू कर दिया गया था।
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