चक्रवाती तूफान ‘असानी’ के कारण ओडिशा में कुछ तटीय इलाके खाली कराए गए
बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना चक्रवाती तूफान ‘असानी’ सोमवार को 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तटीय आंध्र प्रदेश और ओडिशा की ओर बढ़ रहा है, हालांकि अगले दो दिनों में इसके धीरे-धीरे कमजोर होने की उम्मीद है।
नयी दिल्ली। बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना चक्रवाती तूफान ‘असानी’ सोमवार को 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तटीय आंध्र प्रदेश और ओडिशा की ओर बढ़ रहा है, हालांकि अगले दो दिनों में इसके धीरे-धीरे कमजोर होने की उम्मीद है। मौसम विज्ञान विभाग ने यह जानकारी देते हुए बताया कि ‘असानी’ के कारण 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं ओर बारिश हो सकती है।
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भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को सुबह आठ बज कर 45 मिनट पर जारी किए गए एक विशेष बुलेटिन में बताया कि आज सुबह साढ़े पांच बजे चक्रवाती तूफान विशाखापत्तनम से करीब 550 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व और पुरी से 680 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण-पूर्व में था। गंभीर चक्रवात को निकट आता देख ओडिशा के सभी बंदरगाहों पर दूरस्थ चेतावनी संकेत-2जारी किया गया है जिसके तहत जहाजों को तट के पास नहीं आने के लिए आगाह किया जाता है। विभाग के अनुसार, ‘‘ इसके मंगलवार तक उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने और उत्तरी आंध्र प्रदेश तथा ओडिशा के तटों से पश्चिम मध्य और इससे सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक पहुंचने की संभावना है।’’
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बुलेटिन में कहा गया, ‘‘ इसके बाद, यह उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर मुड़ सकता है और ओडिशा तट के पास बंगाल की खाड़ी के उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ सकता है। अगले 48 घंटों के दौरान इसके धीरे-धीरे कमजोर होकर एक चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है। ’’ आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने रविवार को कहा था कि यह ओडिशा या आंध्र प्रदेश नहीं पहुंचेगा। उन्होंने कहा था कि चक्रवात, पूर्वी तट के समानांतर चलेगा और मंगलवार की शाम से इसके कारण बारिश हो सकती है। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, पश्चिम-मध्य और उससे सटे दक्षिण बंगाल की खाड़ी में समुद्र में हलचल तेज होने की संभावना है और मछुआरों को अगले कुछ दिनों तक क्षेत्र से दूर रहने को कहा गया है। चक्रवात के कारण ओडिशा के तटीय इलाके और उत्तरी आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों के आसपास मंगलवार कीशाम से हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है।
आईएमडी ने ओडिशा के तटीय इलाकों के कुछ हिस्सों में सात से 11 सेंटीमीटर बारिश का अनुमान लगाया है। राज्य सरकार ने गंजाम, पुरी, जगतसिंहपुर और केंद्रपाड़ा जिलों में 15 ऐसे ब्लॉक की पहचान की है, जहां बारिश के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित हो सकता है। विशेष राहत आयुक्त पी. के. जेना ने जिलाधिकारियों को इन 15 ब्लॉक से लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने को कहा है। राज्य में 60 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
भारी बारिश के कारण कच्चे घरों में रहने वाले लोगों को परेशानी हो सकती है। जेना ने कहा कि उन्होंने संबंधित अधिकारियों को उन गर्भवती महिलाओं को पहले ही अस्पताल में भर्ती कराने को कहा है, जो जल्द बच्चे को जन्म दे सकती हैं। मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कोलकाता, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, हावड़ा, पुरबा मेदिनीपुर और नदिया सहित दक्षिण बंगाल के कई जिलों में भीषण चक्रवात की वजह से भारी बारिश हुई है।
उन्होंने कहा, ‘‘ दिन में बारिश और बढ़ सकती है। भारी बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने का पूर्वानुमान है। हम लोगों को बारिश के दौरान सुरक्षित स्थानों पर पनाह लेने का सुझाव देते हैं।’’ अधिकारियों ने बताया कि अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह में सोमवार को बारिश नहीं हुई और जनजीवन सामान्य रहा। अंतर-द्वीप नौका सेवाएं चालू हैं, लेकिन मछुआरों को समुद्र में जाने से मना किया गया है। उन्होंने बताया कि द्वीपसमूह में रविवार को सुबह और शाम को मध्यम बारिश हुई थी।
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