शिवसेना का कटाक्ष, PM मोदी सक्षम नेता लेकिन गलतियों को कौन सुधारेगा
भारत-चीन सीमा पर भी दिक्कत शुरू हो गयी। नेपाल जैसे देश भी हमारी जमीन पर दावा कर रहा है। यह आत्मनिर्भर और मजबूत भारत का संकेत नहीं है।
सामना में कहा गया, ‘‘जिस तरीके से देश में लॉकडाउन लागू किया गया और गरीब प्रवासी मजदूरों को दिक्कतें हुई उससे आजादी के समय की याद आ गयी।’’ शिवसेना ने पूछा, ‘‘इन गलतियों को कौन ठीक करेगा ? भारत का सौभाग्य है कि मोदी देश के नेता हैं लेकिन लॉकडाउन और नोटबंदी के दौरान जिन्होंने नाहक अपने प्राण गंवाए उन्हें किस अमृत से जीवित किया जाएगा?’’ शिवसेना ने भाजपा के उन नेताओं पर भी कटाक्ष किया जिन्होंने कहा है कि देश में राजग सरकार के छह साल में जो काम हुआ वैसा पहले कभी नहीं हुआ। संपादकीय में कहा गया, ‘‘अगर भाजपा के नेताओं की मानें तो हमारे देश का इतिहास केवल छह-सात वर्षों का है। ऐसा लगता है कि इससे पहले यह देश नहीं था। कोई स्वतंत्रता संग्राम नहीं था, तब का संघर्ष और बलिदान केवल भ्रम था। देश की सामाजिक, वैज्ञानिक, चिकित्सा, औद्योगिक क्रांति आदि सभी झूठ हैं।’’वाचा 'दै. सामना'चा आजचा अग्रलेख@rautsanjay61https://t.co/0g5gbRdbYx
— Saamana (@Saamanaonline) June 1, 2020
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हालांकि, शिवसेना ने कहा कि मोदी ने जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 को खत्म कर, एक बार में तीन तलाक की प्रथा हटा कर और अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू कराकर पूर्व की कुछ गलतियों को ठीक किया। शिवसेना ने आगे कहा कि हालांकि वीर सावरकर का अपमान करने की गलती पिछले साठ वर्षों में जरूर हुई। लेकिन, इस गलती को सुधारने के लिए सावरकर को भारत रत्न देने का फैसला पिछले छह वर्षों में क्यों नहीं हुआ। छह साल में जो कुछ हुआ वो दुनिया के सामने है। संपादकीय में आगे कहा गया है कि जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने के बावजूद तनाव खत्म नहीं हो रहा है। इसमें कहा गया, ‘‘भारत-चीन सीमा पर भी दिक्कत शुरू हो गयी। नेपाल जैसे देश भी हमारी जमीन पर दावा कर रहा है। यह आत्मनिर्भर और मजबूत भारत का संकेत नहीं है।
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