प्रफुल्ल पटेल के 50% वाले बयान पर शरद पवार का पलटवार, कौन गया और कौन रुका?
तपासे ने कहा कि यह स्पष्ट बर्खास्तगी पवार की अपनी राजनीतिक प्रतिबद्धताओं के प्रति अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है। एनसीपी (एसपी) के मुख्य प्रवक्ता ने आगे कहा कि अजित पवार को पार्टी का नाम और एनसीपी का 'घड़ी' चिन्ह मिलने के बावजूद, महाराष्ट्र के लोगों की निष्ठा शरद पवार के साथ है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) ने इस दावे को खारिज कर दिया है कि शरद पवार 2023 में बीजेपी के साथ हाथ मिलाने के लिए 50% तैयार थे।'राकांपा (सपा) के मुख्य प्रवक्ता महेश तापसे ने गुरुवार को कहा कि पटेल की टिप्पणी मतदाताओं के बीच भ्रम पैदा करने का एक जानबूझकर किया गया प्रयास बताया है। शरद पवार ने सिद्धांत और कार्रवाई दोनों में भाजपा को समर्थन देने की किसी भी धारणा को दृढ़ता से खारिज कर दिया। समाचार एजेंसी एएनआई के हवाले से तपासे ने कहा कि यह स्पष्ट बर्खास्तगी पवार की अपनी राजनीतिक प्रतिबद्धताओं के प्रति अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है। एनसीपी (एसपी) के मुख्य प्रवक्ता ने आगे कहा कि अजित पवार को पार्टी का नाम और एनसीपी का 'घड़ी' चिन्ह मिलने के बावजूद, महाराष्ट्र के लोगों की निष्ठा शरद पवार के साथ है।
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मीडिया से बात करते हुए शरद पवार ने कहा 'वहां कौन गया और कौन रुका? जिस दिन का वो जिक्र कर रहे हैं उस दिन से लेकर आज तक की परिस्थिति क्या है? क्या मैं कहीं गया था? नहीं।'
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता प्रफुल्ल पटेल ने बुधवार को दावा किया था कि जब उनके भतीजे अजीत ने महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे-देवेंद्र फडणवीस सरकार में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली तो शरद पवार भारतीय जनता पार्टी के साथ जाने के लिए '50 प्रतिशत' तैयार थे। पटेल ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि 2 जुलाई 2023 को जब अजीत पवार और हमारे मंत्रियों ने महाराष्ट्र सरकार के साथ शपथ ली, तो हमने 15-16 जुलाई को शरद पवार से मुलाकात की और उनसे हमारे साथ आने का अनुरोध किया। बाद में अजित पवार और शरद पवार की पुणे में मुलाकात हुई। वह भी 50% तैयार थे...शरद पवार हमेशा आखिरी समय पर झिझकते रहे।
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