वरिष्ठ पत्रकार शिव अनुराग पटेरिया नहीं रहे, पत्रकारिता जगत में शोक की लहर

Shiv Anurag Pateria
दिनेश शुक्ल । May 12 2021 5:53PM

प्रो. संजय द्विवेदी ने कहा कि पटेरिया जनमुद्दों के लिए जूझने वाले पत्रकार थे। उन्होंने छतरपुर से आंचलिक पत्रकार के तौर पर 1978 में पत्रकारिता प्रारंभ कर राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के संदर्भों पर लिखीं उनकी पुस्तकें बेहद मूल्यवान कृतियां हैं।

भोपाल। वरिष्ठ पत्रकार, संपादक और लेखक  शिव अनुराग पटेरिया का बुधवार सुबह इंदौर में निधन हो गया है। पटेरिया कोरोना से ग्रस्त होकर इंदौर के बाम्बे हास्पिटल में इलाज करा रहा थे। उनका आक्सीजन लेवल बहुत कम हो गया था। इस बीच दिल का दौरा पड़ने से आज सुबह उन्होंने आखिरी सांसें लीं। वरिष्ठ पत्रकार शिव अनुराग पटेरिया के निधन पर जहाँ पत्रकारिता जगत में शोक की लहर है वही भारतीय जनसंचार संस्थान, नई दिल्ली के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने पटेरिया के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है, उन्होंने कहा कि उनका निधन पत्रकारिता और सामाजिक क्षेत्र के लिए बहुत बड़ी क्षति है। वह हमेशा ‘जनमुद्दों के लिए जूझते रहे।

 

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प्रो. संजय द्विवेदी ने कहा कि पटेरिया जनमुद्दों के लिए जूझने वाले पत्रकार थे। उन्होंने छतरपुर से आंचलिक पत्रकार के तौर पर 1978 में पत्रकारिता प्रारंभ कर राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के संदर्भों पर लिखीं उनकी पुस्तकें बेहद मूल्यवान कृतियां हैं। प्रो. द्विवेदी ने कहा कि उनका जाना तमाम युवा पत्रकारों, पत्रकारिता जगत के लिए एक शून्य रच रहा है, जिसे भर पाना कठिन है। उन्होंने कहा कि पटेरिया ने अपनी पूरी जिंदगी पत्रकारिता, लेखन और सामाजिक सरोकारों के लिए समर्पित कर दी। अन्याय के विरुद्ध लड़ते हुए वे पत्रकारिता में आए और अपनी धार बनाए रखी। वे स्वभाव से मृदुभाषी थे, किंतु अपनी पत्रकारिता में उन्हें जो लिखना और कहना होता था वही करते थे।

 

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प्रोफेसर द्विवेदी ने बताया कि व्यवस्था के खिलाफ बंदूक, मध्य प्रदेश की पत्रकारिता, बिन पानी सब सून, पत्रकारिता के युग निर्माता राजेंद्र माथुर, मध्य प्रदेश संदर्भ, छत्तीसगढ़ संदर्भ, मध्य प्रदेश की जल निधियां, मध्य प्रदेश की गौरवशाली जल परंपरा जैसी अनेक कृतियों के वे लेखक थे। उन्हें राजेंद्र माथुर सम्मान, मेदिनी पुरस्कार, डॉ.शंकरदयाल शर्मा अवार्ड जैसे सम्मानों से अलंकृत किया गया था। प्रो. द्विवेदी ने बताया कि पटेरिया न सिर्फ पत्रकारिता और लेखन के क्षेत्र में बल्कि मध्य प्रदेश के सार्वजनिक जीवन में भी सार्थक हस्तक्षेप रखते थे। उनके मार्गदर्शन में पत्रकारों की एक लंबी पूरी पीढ़ी तैयार हुई। 

 

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वही वरिष्ठ पत्रकार शिव अनुराग पटेरिया के निधन से पूरी पत्रकारिता जगत में शोक की लहर है। पत्रकारिता से जुड़े तमाम संगठनों ने पटेरिया के दुःखद निधन पर उन्हें श्रृद्धांजलि देते हुए उन्हें याद किया। भोपाल में पत्रकारों के संगठन सोसायटी फॉर जर्नलिस्ट हेल्थ केयर समिति और युवा पत्रकार संघ ने उन्हें श्रृद्धासुमन अर्पित करते हुए उनके पत्रकारिता में किए गए कार्यों व उनके जुझारूपन को याद किया।  प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सहित प्रदेश के सभी नेताओं ने उन्हें याद करते हुए श्रृद्धांजलि दी।  


 

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