Yamuna का जलस्तर बढ़ने से दिल्ली में कई इलाके जलमग्न, जनजीवन व यातायात प्रभावित
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नदी के पास के स्कूलों को बंद करने और जल शोधक संयंत्रों को बंद करने की घोषणा की है। लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचने के लिए निचले इलाकों में घुटनों तक भरे पानी से गुजरना पड़ रहा है।
नयी दिल्ली। यमुना का पानी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के कारण बृहस्पतिवार को दिल्ली सचिवालय सहित शहर के कई प्रमुख इलाकों में पानी भर गया, जिससे सामान्य जनजीवन तथा यातायात प्रभावित हो गया। अधिकारियों को बचाव व राहत कार्यों को अंजाम देने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। अधिकारियों ने बताया कि सुबह 10 बजे यमुना का जलस्तर 208.53 मीटर तक पहुंच गया, जिससे 45 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नदी के पास के स्कूलों को बंद करने और जल शोधक संयंत्रों को बंद करने की घोषणा की है। लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचने के लिए निचले इलाकों में घुटनों तक भरे पानी से गुजरना पड़ रहा है। राष्ट्रीय राजधानी में वाहनों के प्रवेश पर भी प्रतिबंध लगाए गए।
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बृहस्पतिवार को कहा कि यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने के मद्देनजर एहतियाती कदम के रूप में राज्य सरकार ने सिंधु बार्डर सहित शहर की चारों सीमाओं से आवश्यक सामान लाने वाले वाहनों को छोड़कर भारी मालवाहक वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। ट्विटर पर परिवहन विभाग द्वारा जारी आदेश की एक प्रति साझा करते हुए उन्होंने कहा, यमुना नदी में असामान्य रूप से बढ़ते जल स्तर को देखते हुए एहतियात के तौर पर सिंघू बॉर्डर, बदरपुर बॉर्डर, लोनी बॉर्डर और चिल्ला बॉर्डर से भारी मालवाहक वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
गहलोत ने एक ट्वीट में कहा, वहीं हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, जम्मू और कश्मीर, उत्तराखंड से आने वाली अंतरराज्यीय बसें आईएसबीटी कश्मीरी गेट न जाकर सिंघू बॉर्डर पर ही रुक जायेंगी। उन्होंने कहा कि आवश्यक सेवाओं जैसे खाद्य पदार्थ और पेट्रोलियम उत्पादों को लाने वाले वाहनों पर कोई प्रतिबंध नहीं है। मेट्रो की ‘ब्लू लाइन’ पर यमुना बैंक स्टेशन पर यात्रियों का प्रवेश व निकास अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है और उसकी गति भी सीमित कर दी गई है। दिल्ली मेट्रो के अधिकारियों ने बताया कि यमुना बैंक स्टेशन की ओर आने वाली सड़क पर पहुंच भी अभी संभव नहीं है। अधिकारियों ने बताया कि उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना शहर में बाढ़ की स्थिति पर चर्चा के लिए बृहस्पतिवार को दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की एक विशेष बैठक करेंगे।
उन्होंने बताया कि डीडीएमए के उपाध्यक्ष केजरीवाल भी बैठक में शामिल होंगे। ‘ओल्ड रेलवे ब्रिज’ पर नदी का जलस्तर बुधवार रात 208 मीटर के निशान को पार कर गया था और बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे तक बढ़कर 208.48 मीटर तक पहुंच गया। केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के अनुसार, इसके और बढ़ने की आशंका है। उसने इसे ‘‘भीषण स्थिति’’ करार दिया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बृहस्पतिवार को उन इलाकों में स्कूलों को बंद करने की घोषणा की, जहां पानी भर गया है। वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला जल शोधक संयंत्र बंद कर दिए गए, जिससे राष्ट्रीय राजधानी में जल आपूर्ति प्रभावित हो सकती है। लोगों की परेशानियां बढ़ने पर उन्होंने विधायकों, पार्षदों, स्वयंसेवकों और अन्य लोगों से राहत शिविरों तक पहुंचने और वहां लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आग्रह किया।
यमुना का जल स्तर बढ़ने से बृहस्पतिवार को दिल्ली सचिवालय में पानी भर गया, जहां मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उनके मंत्रिमंडल और अन्य वरिष्ठ नौकरशाहों के आवास-कार्यालय हैं। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के अनुसार, उन्हें दिल्ली सचिवालय में पानी भरने की सूचना मिली है। उन्होंने बताया कि वे स्थिति को लेकर यातायात पुलिस और अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय कर रहे हैं। राजघाट से दिल्ली सचिवालय जाने वाली सड़क पर भी पानी भर गया है। अधिकारियों ने बताया कि कश्मीरी गेट और पुराना लोहे के पुल के बीच रिंग रोड पर पानी भर गया है और इसलिए वहां यातायात रोक दिया गया है।
जिला मजिस्ट्रेट (पूर्व) के एक आदेशानुसार, जल स्तर अत्यधिक बढ़ने के कारण गीता कॉलोनी में शमशान घाट को बंद कर दिया गया है। लोगों के घुटनों तक गहरे पानी से गुजरते और निचले इलाकों में अपना सामान ले जाते हुए तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर आए हैं। यमुना का जलस्तर बढ़ने के मद्देनजर दिल्ली यातायात पुलिस ने बृहस्पतिवार को एक परामर्श जारी किया है। परामर्श के अनुसार आईपी फ्लाईओवर और चंदगी राम अखाड़े के बीच महात्मा गांधी मार्ग, कालीघाट मंदिर और दिल्ली सचिवालय के बीच महात्मा गांधी मार्ग, और वजीराबाद ब्रिज तथा चंदगी राम अखाड़े के बीच बाहरी रिंग रोड पर यातायात बाधित है।
परामर्श में कहा गया कि ऐसे व्यावसायिक वाहनों को दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी, जिनके गंतव्य तय न हो। उन्हें पूर्वी तथा पश्चिमी पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे की ओर भेजा जाएगा। व्यावसायिक वाहनों का मार्ग मुकरबा चौक से बदला जाएगा इसके अलावा मुकरबा चौक और वजीराबाद पुल के बीच किसी भी व्यावसायिक वाहन को आने जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। परामर्श के अनुसार, व्यावसायिक वाहनों को सराय काले खां से अन्य मार्ग पर भेजा जाएगा। सराय काले खां और आईपी फ्लाईओवर के बीच ऐसे किसी भी वाहन को आने जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
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गाजीपुर बॉर्डर तथा अक्षरधाम से भी उनके मार्ग परिवर्तित किए जाएंगे। अक्षरधाम और सराय काले खां के बीच भी ऐसे किसी वाहन को आने जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। हर गुजरते घंटे के साथ स्थिति बिगड़ने के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया और पुलिस ने एहतियाती तौर पर राष्ट्रीय राजधानी के बाढ़ के लिहाज से संवेदनशील इलाकों में बुधवार को धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी। इस धारा के तहत चार से अधिक लोगों के एक ही स्थान पर एकत्रित होने पर रोक होती है।
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