पश्चिम बंगाल में रथयात्रा उत्सव मनाया गया, मुख्यमंत्री ममता शामिल हुईं
बनर्जी ने कहा कि समुद्र तटीय पर्यटन शहर दीघा में पुरी के जगन्नाथ मंदिर की तर्ज पर मंदिर लगभग बनकर तैयार हो गया है और इसका उद्घाटन दुर्गा पूजा के बाद किया जाएगा।
पश्चिम बंगाल में रविवार को ‘जय जगन्नाथ’ के गगनभेदी जयघोष और हर्षोल्लास के साथ भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली गई। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस उत्सव में शामिल हुईं।
बनर्जी ने भगवान जगन्नाथ के दर्शन करने के बाद इस्कॉन द्वारा आयोजित रथयात्रा में रथ की रस्सी खींची। उन्होंने श्रद्धालुओं और साधु-संतों के साथ रथयात्रा की शुरुआत में रथ की रस्सी खींचने से पहले इस्कॉन मंदिर के सामने रथ पर भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा की पूजा-अर्चना की।
हर साल इस्कॉन रथयात्रा में शामिल होने वालीं बनर्जी ने कहा, ‘‘हम सभी धर्मों के साथ मिलजुलकर रहते हैं। जगन्नाथ देव हम सभी के लिए बहुत पवित्र हैं।’’ भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की प्रतिमाओं वाले रथों को राज्य के विभिन्न स्थानों पर खींचा गया, जिनमें सबसे अधिक भीड़ कोलकाता और हुगली जिले के महेश में रही।
महेश में आयोजित रथ यात्रा में विभिन्न स्थानों से श्रद्धालुओं ने भाग लिया। बारिश के बावजूद हजारों लोग इस उत्सव में भाग लेने के लिए एकत्रित हुए। वे इस्कॉन से जुड़े श्रद्धालुओं के साथ जय जगन्नाथ के जयकारे लगा रहे थे और नृत्य एवं कीर्तन कर रहे थे।
इस दौरान मुख्यमंत्री बनर्जी ने कहा, ‘‘इस शुभ दिन पर विश्वभर के आप सभी इस्कॉन भाइयों और बहनों एवं भक्तों को जय जगन्नाथ।’’ मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि ओडिशा के पुरी के साथ-साथ हुगली के महेश और कोलकाता तथा अन्य स्थानों पर रथ यात्रा उत्सव में राज्य से बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
बनर्जी ने कहा कि समुद्र तटीय पर्यटन शहर दीघा में पुरी के जगन्नाथ मंदिर की तर्ज पर मंदिर लगभग बनकर तैयार हो गया है और इसका उद्घाटन दुर्गा पूजा के बाद किया जाएगा। उन्होंने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा, अगले वर्ष से रथयात्रा दीघा में आयोजित की जाएगी।
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