सलाहकार समिति की बैठक के बाद बोले राजनाथ, नौसेना और तटरक्षक बल की मज़बूती तभी संभव, जब इसे हाईटेक जहाज और हथियारों से करेंगे लैस
राजनाथ सिंह ने कहा कि हमें इस बात की खुशी है कि इन शिपयार्ड में GeM के माध्यम से वसूली में वृद्धि हो रही है जिसमें न सिर्फ घरेलू उत्पादों को प्रोत्साहन मिल रहा है, बल्कि वसूली में ज्यादा पारदर्शिता आई है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मुंबई में रक्षा शिपयार्ड पर रक्षा मंत्रालय के लिए सलाहकार समिति की बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जिस तरह से हमारे डिफेंस शिपयार्ड ने विगत वर्षों में काम किया है, वह सराहनीय है। हमारे डिफेंस शिपयार्ड ने न केवल समय पर डिलीवरी का ख्याल रखा है, बल्कि ये सभी अपने उत्पादों की गुणवत्ता में भी अग्रणी रहे हैं। हमारी समुद्री सीमाओं की रक्षा के लिए एक सशक्त नौसेना और तटरक्षक बल,आज की महत्त्वपूर्ण जरूरत है।
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राजनाथ सिंह ने कहा कि हमें इस बात की खुशी है कि इन शिपयार्ड में GeM के माध्यम से वसूली में वृद्धि हो रही है जिसमें न सिर्फ घरेलू उत्पादों को प्रोत्साहन मिल रहा है, बल्कि वसूली में ज्यादा पारदर्शिता आई है। सभी शिपयार्ड के लिए MoU 2022-23 के अंतर्गत GeM के माध्यम से वसूली बढ़ाने को कहा गया है। इसके अतिरिक्त इन शिपयार्ड के लिए कुल वसूली का 25 प्रतिशत MSMEs से करने का लक्ष्य रखा गया है।
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राजनाथ सिंह ने कहा कि नौसेना और तटरक्षक बल की मज़बूती तभी संभव है, जब हम उन्हें अत्याधुनिक जहाज एवं हथियारों से सुसज्जित करेंगे। इस दिशा में हमारे शिपयार्ड एक अहम भूमिका निभा रहे।
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