माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने भाजपा सांसद के पेपर लीक संबंधी आरोपों को किया खारिज
राज्यसभा सदस्य मीणा ने रविवार को आरोप लगाया था कि परीक्षा शुरू होने से पहले ही रीट परीक्षा का प्रश्नपत्र और उत्तर पत्रक (जिसमें सभी प्रश्नों का उत्तर होता है और उसके आधार पर अभ्यर्थियों की उत्तर पुस्तिक जांची जाती है) लीक हो गई थी।
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद किरोड़ी लाल मीणा के राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट) में प्रश्नपत्र और उत्तर पुस्तिका लीक होने संबंधी आरोपों को सोमवार को खारिज कर दिया।
उल्लेखनीय है कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने राज्य में 30,000 शिक्षकों की भर्ती के लिये 26 सितंबर में रीट परीक्षा आयोजित की थी। आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए बोर्ड के अध्यक्ष डी पी जारोली ने स्पष्ट किया कि उत्तर पत्रक (आंसर शीट) के लीक होने की कोई संभावना नहीं है, उसे सुरक्षित रखा गया है।
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उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा नेताओं को इस मामले में राजनीति नहीं करनी चाहिए। बोर्ड अध्यक्ष डी पी जारोली के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सांसद किरोडी मीणा ने उनके इस्तीफे की मांग की।
राज्यसभा सदस्य मीणा ने रविवार को आरोप लगाया था कि परीक्षा शुरू होने से पहले ही रीट परीक्षा का प्रश्नपत्र और उत्तर पत्रक (जिसमें सभी प्रश्नों का उत्तर होता है और उसके आधार पर अभ्यर्थियों की उत्तर पुस्तिक जांची जाती है) लीक हो गई थी।
उन्होंने दावा किया कि परीक्षा आयोजित कर रहे माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के गोपनीय शाखा के किसी अधिकारी की संलिप्तता से उत्तर पत्रक (आंसर शीट) लीक हुआ था। सांसद के आरोप के एक दिन बाद बोर्ड अध्यक्ष ने आरोप को सिरे से खारिज कर दिया।
अजमेर में बोर्ड के अध्यक्ष धर्मपाल जारोली ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘राज्यसभा सदस्य जिस उत्तर पत्रक (आंसर शीट) की बात कर रहे हैं उसे आज तक कहीं भी छपने के लिये नहीं भेजा गया। मूल आंसर शीट मेरे पास सुरक्षित रखी हुई है।
परीक्षा की पूरी प्रक्रिया मेरी निगरानी में हुई है इसलिये यह कहना उचित नहीं होगा कि आंसर शीट मोबाइल फोन पर लीक हुई है। आरोप लगाना बहुत आसान है।’’ उन्होंने कहा कि प्रश्नपत्र 23 सितंबर को जिला कलेक्टरों की अध्यक्षता वाली जिला स्तरीय परीक्षा संचालन समितियों को भेजे गये थे और प्रश्नपत्रों को कड़ी सुरक्षा में रखा गया था।
परीक्षा 26 सितंबर को आयोजित की गई थी। जारोली ने कहा ‘‘परीक्षा को सफल बनाने के लिये राज्य सरकार ने अपनी मशीनरी लगाई। परीक्षार्थियों और बोर्ड का मनोबल गिराने की कोई कोशिश नहीं होनी चाहिए।’’ जारोली ने यह भी कहा कि शिक्षित भाजपा नेता जो ईमानदारी से राजनीति करते है, उन्हें रीट उम्मीदवारों की आंकाक्षाओं को तोडना नहीं चाहिए।
उन्होंने भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोडी मीणा की भी आलोचना की और विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया सहित अन्य भाजपा नेताओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे उनकी (जारोली की) कार्यशैली के बारे में जानते है।
उन्होंने यह भी कहा कि बोर्ड ना तो भाजपा का है और ना ही कांग्रेस का, यह एक स्वायत्त निकाय है और इसकी प्रतिष्ठा ना केवल राजस्थान में है बल्कि पूरे देश में है। अजमेर में जारोली द्वारा की गई प्रेस कांफ्रेस पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्य सभा सांसद किरोडी लाल मीणा ने जारोली से कुछ सवाल पूछे और कहा कि उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बोर्ड अध्यक्ष को इस बात का खुलासा करना चाहिए कि जयपुर ग्रामीण और जयपुर शहर में परीक्षा समन्वयक के रूप में किसे नियुक्त किया गया था। मीणा ने ट्वीट किया, ‘‘आपने (जारोली ने) ग़ैर सरकारी व्यक्ति को परीक्षा समन्वयक क्यों नियुक्त किया? . क्या आप का भरोसा सरकारी अधिकारियों /सरकारी तंत्र पर नहीं है?’’
उन्होंने कहा, ‘‘क्या यह पेपर आपकी शह पर जयपुर से लीक हुआ है? रीट परीक्षा में पेपर लीक से प्रताड़ित अभ्यर्थी आपके इस्तीफे का इंतजार कर रहे हैं। पद छोड़ें और घर जाएं।’’
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विपक्षी भाजपा ने रीट परीक्षा में पेपर लीक होने का आरोप लगाया है। भारतीय जनता युवा मोर्चा ने इस मुद्दे पर सोमवार को सभी जिलों में प्रदर्शन किया। परीक्षा के आयोजन में कई अनियमितताएं और लापरवाही सामने आने के बाद राज्य सरकार ने राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) के एक अधिकारी, राजस्थान पुलिस सेवा (आरपीएस) के दो अधिकारियों, एक हेड कांस्टेबल, दो कांस्टेबल और शिक्षा विभाग के एक दर्जन से अधिक कर्मियों को निलंबित कर दिया था।
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