रेल मंत्री ने सवारी डिब्बा कारखाना में ‘वंदे भारत स्लीपर’ ट्रेनों के निर्माण का निरीक्षण किया
‘वंदे भारत 2.0’ में अग्निशमन सुविधाएं और बाढ़रोधी तंत्र भी होंगे। सवारी डिब्बा कारखाना (आईसीएफ यानी इंटिग्रल कोच फक्ट्री) 1955 में स्थापित किया गया था जो देश की सबसे पुरानी उत्पादन इकाइयों में से एक है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को यहां सवारी डिब्बा कारखाना (इंटिग्रल कोच फक्ट्री) में ‘वंदे भारत 2.0’ (वंदे भारत स्लीपर) ट्रेन के निर्माण का निरीक्षण किया। मंत्री ने महाप्रबंधक यू सुबा राव के साथ आईसीएफ के फर्निशिंग डिवीजन, वर्तमान में बन रहे वंदे भारत ट्रेन के शयन श्रेणी के डिब्बे और रसोई यान के निर्माण का निरीक्षण किया।
‘वंदे भारत 2.0’ ट्रेन 30 प्रतिशत तक बिजली बचाने में सक्षम होगी और टक्कर रोधी प्रणाली ‘कवच’ सहित उन्नत सुविधाओं से लैस होगी। यह अधिकतम 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ने में सक्षम और हल्की होगी, जिसका वजन पहले के 430 टन के बजाय 392 टन होगा।
‘वंदे भारत 2.0’ में अग्निशमन सुविधाएं और बाढ़रोधी तंत्र भी होंगे। सवारी डिब्बा कारखाना (आईसीएफ यानी इंटिग्रल कोच फक्ट्री) 1955 में स्थापित किया गया था जो देश की सबसे पुरानी उत्पादन इकाइयों में से एक है। लगभग 511 एकड़ में फैले कारखाने में 9,300 से अधिक कर्मचारी हैं जो प्रति वर्ष 2,500 से अधिक डिब्बों का उत्पादन करने में जुटे हुए हैं।
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