Bharat Jodo Yatra के समापन के बाद 'तपस्वी' राहुल गांधी ने लिया माता खीर भवानी का आशीर्वाद
मध्य कश्मीर में गांदेरबल जिले के तुल्लामुला गांव में चिनार के पेड़ों के बीच स्थित इस मंदिर में लगने वाले वार्षिक खीर भवानी मेले के दौरान कश्मीर घाटी और जम्मू क्षेत्र से कश्मीरी पंडितों के साथ-साथ बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा के समापन के एक दिन बाद अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ जम्मू-कश्मीर के गांदेरबल जिले में मंगलवार को प्रसिद्ध खीर भवानी मंदिर में दर्शन किए। अधिकारियों ने बताया कि राहुल-प्रियंका श्रीनगर से 28 किलोमीटर दूर मध्य कश्मीर में तुल्लामुला इलाके में स्थित मंदिर पहुंचे। दोनों भाई-बहन ने माता खीर भवानी के नाम से प्रसिद्ध राज्ञा देवी के मंदिर में दर्शन किए। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस के अन्य नेता भी थे। हम आपको बता दें कि 2021 में भी अपने कश्मीर दौरे के दौरान राहुल गांधी ने खीर भवानी मंदिर में पूजा अर्चना की थी।
खीर भवानी मंदिर की कश्मीर पंडितों के बीच काफी मान्यता है। मध्य कश्मीर में गांदेरबल जिले के तुल्लामुला गांव में चिनार के पेड़ों के बीच स्थित इस मंदिर में लगने वाले वार्षिक खीर भवानी मेले के दौरान कश्मीर घाटी और जम्मू क्षेत्र से कश्मीरी पंडितों के साथ-साथ बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। मेले के दौरान श्रद्धालु नंगे पांव गुलाब की पंखुड़ियां लेकर मंदिर पहुंचते हैं तथा उन्हें राज्ञा देवी को चढ़ाते हैं। मंदिर परिसर में सदैव मंत्रोच्चारण चलता रहता है। श्रद्धालु यहां दूध और खीर भी चढ़ाते हैं। इस मंदिर से जुड़ी एक विशेष बात यह है कि यह कश्मीर के विभिन्न समुदायों के बीच सदियों पुरानी उदार संस्कृति और भाईचारे का भी प्रतीक है। यहाँ लगने वाला मेला भी सांप्रदायिक सद्भाव का प्रतीक है क्योंकि खीर भवानी मंदिर के इलाके में भक्तों के लिए फूलों और अन्य प्रसाद के स्टालों की स्थापना सहित अन्य सभी व्यवस्था मुसलमान ही करते हैं।
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इस मंदिर के बारे में यह भी मान्यता है कि मंदिर के नीचे मौजूद कुंड के पानी का रंग घाटी में मौजूदा स्थिति का संकेत देता है। कुंड के पानी के अधिकतर रंग का कोई विशेष महत्व नहीं होता है लेकिन पानी का रंग काला या गहरा हो जाना कश्मीर के लिए बुरे समय का संकेत माना जाता है। कश्मीर के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक खीर भवानी मंदिर मां दुर्गा को समर्पित है। इस मंदिर का निर्माण एक बहती हुई धारा पर किया गया है। इस मंदिर के चारों ओर चिनार के पेड़ और नदियों की धाराएं हैं जो इस जगह की सुंदरता पर चार चांद लगाती हैं। बताया जाता है कि इस मंदिर का निर्माण 1912 में महाराजा प्रताप सिंह द्वारा करवाया गया तथा बाद में महाराजा हरी सिंह ने इस मंदिर का विस्तार और सौंदर्यीकरण करवाया। खीर भवानी मंदिर से जुड़ी एक प्रमुख किवंदती यह है कि भगवान श्रीराम ने अपने वनवास के समय इस मंदिर में पूजा की थी। वनवास की अवधि समाप्त होने के बाद भगवान श्रीराम ने हनुमानजी द्वारा यहां माता की मूर्ति स्थापित करवाई थी।
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