पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव को लेकर विरोध-प्रदर्शन हिंसक हुआ

Tajmul Hussain
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उत्तर-24 परगना के अमदंगा में आईएसएफ (इंडियन सेक्युलर फ्रंट) और तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों के बीच झड़प की खबर है।

पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा और अनियमितताओं के आरोपों के खिलाफ रविवार को विरोध-प्रदर्शन हुए। पूर्व मेदिनीपुर जिले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं ने नंदकुमार में हल्दिया-मेचेदा राज्य राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया और आरोप लगाया कि श्रीकृष्णपुर हाई स्कूल में मतगणना केंद्र पर मतपेटियों के साथ छेड़छाड़ की जा रही है। तमलुक में भाजपा की युवा शाखा के नेता तमस डिंडा ने कहा, ‘‘हमें तड़के तीन बजे सूचना मिली कि मतपेटियां बदली जा रही हैं। हम केंद्रीय बलों की सुरक्षा में क्षेत्र के सभी मतदान केंद्र पर पुनर्मतदान के अलावा मतदान केंद्रों पर ही मतों की गिनती कराने की मांग कर रहे हैं।’’

नंदकुमार थाने के प्रभारी अधिकारी मनोज कुमार झा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि मामला बढ़ने पर पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया। शनिवार को मतदान के दौरान हुई हिंसा के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मालदा के रथबाड़ी इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग-12 को अवरुद्ध कर दिया। कांग्रेस के नेता एवं सांसद अबू हासेम खान चौधरी ने कहा, ‘‘शनिवार को हुई हिंसा के विरोध में हम सड़कों पर उतरे हैं। हम इसके खिलाफ अदालत भी जाएंगे।’’ मालदा के हरिश्चंद्रपुर इलाके के बस्ता गांव में शनिवार रात करीब 10 बजे कुछ बदमाशों ने राज्य मंत्री तजमुल हुसैन की कार में तोड़फोड़ की। पथराव के दौरान एक पुलिस वाहन में भी तोड़फोड़ की गई। हमले में एक पुलिसकर्मी घायल हो गया। पुलिस ने बताया कि ऐसा संदेह है कि इस घटना के पीछे बिहार के बदमाशों का हाथ है और जांच जारी है।

उत्तर दिनाजपुर में दो कार में आग लगा दी गई और एक सरकारी बस सहित कई वाहनों में तोड़फोड़ की गई, जिससे चाकुलिया थाना क्षेत्र में विरोध-प्रदर्शन हिंसक हो गया। घटना सुबह रामपुर-चाकुलिया रोड और राष्ट्रीय राजमार्ग-31 पर हुई। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि वे डराने-धमकाने के कारण मतदान के दौरान वोट नहीं डाल पाए और प्रशासन से बार-बार अपील करने का भी कोई फायदा नहीं हुआ। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा में इसी तरह का विरोध-प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया गया कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के समर्थक मतदाताओं को डराने-धमकाने और चुनाव के दौरान फर्जी मतदान कराने में शामिल थे। उत्तर-24 परगना के अमदंगा में आईएसएफ (इंडियन सेक्युलर फ्रंट) और तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों के बीच झड़प की खबर है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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