Maharashtra में बोले PM Modi, विश्वकर्मा योजना सिर्फ सरकारी प्रोग्राम नहीं, भारत के कौशल को जीवित रखने का रोडमैप
मोदी ने कहा कि एक साल में ही 18 अलग-अलग पेशों के 20 लाख से ज्यादा लोगों को इस योजना से जोड़ा गया। सिर्फ साल भर में ही 8 लाख से ज्यादा शिल्पकारों और कारीगरों को कौशल प्रशिक्षण मिल चुकी है। अकेले महाराष्ट्र में ही 60 हजार से ज्यादा लोगों को प्रशिक्षण मिली है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महाराष्ट्र के वर्धा में राष्ट्रीय पीएम विश्वकर्मा कार्यक्रम के दौरान प्रदर्शनी का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने योजना के लाभार्थियों से मुलाकात की। मोदी ने इस अवसर पर महाराष्ट्र सरकार की आचार्य चाणक्य कौशल विकास केंद्र योजना की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि आज ही के दिन 1932 में महात्मा गांधी ने छुआछूत के खिलाफ अभियान शुरू किया था। विश्वकर्मा योजना के एक वर्ष पूरा होने का यह उत्सव हमारे विकसित भारत के संकल्पों को नई ऊर्जा देगा।
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मोदी ने आगे कहा कि मैं इस अवसर पर विश्वकर्मा योजना से जुड़े सभी लोगों, देशभर के सभी लाभार्थियों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। आज अमरावती में पीएम मित्र पार्क का भी शिलान्यास किया गया है। आज का भारत अपने कपड़ा उद्योग को वैश्विक बाजार में शीर्ष पर ले जाने के लिए काम कर रहा है। देश का लक्ष्य भारत के कपड़ा क्षेत्र के हजारों साल पुराने गौरव को फिर से स्थापित करना है। उन्होंने कहा कि आज अमरावती में 'पीएम मित्र पार्क' की आधारशिला भी रखी गई है। आज का भारत अपनी टेक्सटाइल इंडस्ट्री को वैश्विक बाजार में टॉप पर ले जाने के लिए काम कर रहा है।
नरेन्द्र मोदी ने कहा कि देश का लक्ष्य है - भारत की टेक्सटाइल सेक्टर के हजारों वर्ष पुराने गौरव को पुनर्स्थापित करना। अमरावती का 'पीएम मित्र पार्क' इसी दिशा में एक और बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि विश्वकर्मा योजना की एक और विशेषता है। जिस स्केल पर, जिस बड़े पैमाने पर इस योजना के लिए अलग अलग विभाग एकजुट हुए हैं, ये भी अभूतपूर्व है। उन्होंने कहा कि देश के 700 से ज्यादा जिलें, 2.5 लाख से ज्यादा ग्राम पंचायत, 5 हजार शहरी स्थानीय निकाय मिलकर इस अभियान को गति दे रहे हैं।
मोदी ने कहा कि एक साल में ही 18 अलग-अलग पेशों के 20 लाख से ज्यादा लोगों को इस योजना से जोड़ा गया। सिर्फ साल भर में ही 8 लाख से ज्यादा शिल्पकारों और कारीगरों को कौशल प्रशिक्षण मिल चुकी है। अकेले महाराष्ट्र में ही 60 हजार से ज्यादा लोगों को प्रशिक्षण मिली है। उन्होंने कहा कि अब तक 6.5 लाख से ज्यादा विश्वकर्मा बंधुओं को आधुनिक उपकरण भी उपलब्ध कराए गए हैं। इससे उनके उत्पादों की क्वालिटी बेहतर हुई है, उनकी उत्पादकता बढ़ी है। इतना ही नहीं, हर लाभार्थी को 15 हजार रुपये का ई-वाउचर दिया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए बिना गारंटी के 3 लाख रुपये तक लोन भी मिल रहा है। मुझे खुशी है कि एक साल के भीतर विश्वकर्मा भाई-बहनों को 1,400 करोड़ रुपये का लोन दिया गया है। यानी विश्वकर्मा योजना हर पहलू का ध्यान रख रही है। विपक्ष पर वार करते हुए मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र में दशकों तक कांग्रेस और बाद में महा विकास अघाड़ी सरकार ने कपास को महाराष्ट्र के किसानों की ताकत बनाने की बजाय उन्हें बदहाली में धकेला, किसानों के नाम पर राजनीति की और भ्रष्टाचार में लिप्त रहे...जब देवेन्द्र फडणवीस की 2014 में सरकार बनी, अमरावती में टेक्सटाइल पार्क का काम शुरू हुआ।
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उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और उसके साथियों ने जानबूझकर एससी, एसटी और ओबीसी के लोगों को आगे नहीं बढ़ने दिया। हमने कांग्रेस की इस दलित और पिछड़ा विरोधी सोच को सरकारी तंत्र से खत्म कर दिया है।' पिछले एक साल के आंकड़े बताते हैं कि एससी, एसटी और ओबीसी समुदाय के लोग विश्वकर्मा योजना का लाभ उठा रहे हैं।
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