चेन्नई में राजभवन के बाहर फेंका गया पेट्रोल बम , पुलिस ने सुरक्षा चूक से इनकार किया

Petrol bomb
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अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (दक्षिण) प्रेम आनंद सिन्हा ने यहां संवाददाताओं को बताया कि सरदार पटेल रोड पर राजभवन के सामने व्यक्ति ने अपराह्न लगभग तीन बजे एक बोतल फेंकने की कोशिश की और इसे तुरंत मुख्य द्वार के पास ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने देख लिया।

तमिलनाडु के राजभवन के मुख्य द्वार के सामने बुधवार को एक व्यक्ति ने पेट्रोल बम फेंका। विपक्षी दलों ने इस घटना को लेकर राज्य में कानून एवं व्यवस्था के मुद्दे को लेकर सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) पर निशाना साधा है।

राजभवन ने दावा किया कि उस पर ‘‘हमला’’ हुआ और ‘‘बम ले जाने वाले उपद्रवियों ने मुख्य द्वार से अंदर घुसने की कोशिश की थी।’’ सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर राजभवन के आधिकारिक हैंडल से एक पोस्ट में दावा किया गया, ‘‘हालांकि, सतर्क संतरियों ने रोक दिया।

हमलावरों ने राजभवन के अंदर दो पेट्रोल बम फेंके और भाग निकले।’’ राजभवन ने आरोप लगाया कि राज्यपाल आर एन रवि को सार्वजनिक तौर पर जान से मारने की धमकी देने की घटनाएं हुई हैं, लेकिन इस मामले में राज्य पुलिस की ‘‘उदासीनता’’ ने उनकी सुरक्षा को नुकसान पहुंचाया है।

राजभवन ने कहा कि बुधवार को हुआ ‘‘बम हमला’’, इसी का परिणाम है।’’ घटना के संबंध में चेन्नई पुलिस आयुक्त को एक शिकायत में, राज्यपाल के कार्यालय ने ‘‘ज्यादातर द्रमुक और उसके सहयोगी दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा उनकी सार्वजनिक बैठकों में और उनके सोशल मीडिया के माध्यम से’’ धमकियां देने का भी आरोप लगाया। शिकायत की प्रति मीडिया को जारी की गई।

राजभवन ने कहा कि ‘‘इन धमकियों का उद्देश्य राज्यपाल को भयभीत करना और उन्हें अपने संवैधानिक कर्तव्यों का निर्वहन करने से रोकना है। हालांकि, पुलिस की निष्क्रियता के कारण पुलिस में दर्ज की गई शिकायतें महत्वहीन रही हैं।’’

राजभवन ने कहा कि रवि पर ‘‘लाठियों और पत्थरों से हमला किया गया था, जब वह पूर्व में मयिलादुथुराई जिले के धर्मपुरम अधीनम में एक समारोह में भाग लेने के लिए जा रहे थे।’’ राजभवन ने कहा कि शिकायत दर्ज की गई थी, लेकिन कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई।

राजभवन ने दावा किया कि इसी तरह की कुछ अन्य घटनाओं का भी यही हाल हुआ। इस बीच, विपक्षी दल ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तमिलनाडु के राज्यपाल के आधिकारिक आवास के बाहर हुई घटना पर सरकार की आलोचना की।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पेट्रोल बम फेंकने वाले व्यक्ति को तुरंत काबू कर लिया गया। उन्होंने कहा कि इस व्यक्ति की पहचान करुक्का विनोथ के रूप में हुई है जिसके खिलाफ कई मामले लंबित हैं।

अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (दक्षिण) प्रेम आनंद सिन्हा ने यहां संवाददाताओं को बताया कि सरदार पटेल रोड पर राजभवन के सामने व्यक्ति ने अपराह्न लगभग तीन बजे एक बोतल फेंकने की कोशिश की और इसे तुरंत मुख्य द्वार के पास ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने देख लिया।

अधिकारियों ने बताया कि जब सतर्क पुलिसकर्मी उसे पकड़ रहे थे, तो उस व्यक्ति ने बोतल फेंकी जो राजभवन के मुख्य द्वार के सामने लगे अवरोधक के सामने गिरी लेकिन कोई नुकसान नहीं हुआ और कोई हताहत नहीं हुआ। उन्होंने कहा, ‘‘कोई आग नहीं लगी...केवल बत्ती पर कुछ लौ थी, बोतल गिरकर टूट गई। उसे पकड़ लिया गया तथा उसके पास कुछ और बोतलें थीं जिन्हें जब्त कर लिया गया।’’

पुलिस की एक विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘42 साल के करुक्का विनोथ पर 14 आपराधिक मामले दर्ज हैं और वह हाल में जमानत पर बाहर आया था। वह यहां के तेनाम्पेट का रहने वाला है।’’ विनोथ इसी तरह की दो घटनाओं में भी आरोपी रहा है जिसमें एक साल पहले यहां भाजपा कार्यालय को निशाना बनाने की घटना भी शामिल है।

सिन्हा ने कहा कि पिछले सप्ताह ही जमानत मिलने के बाद उसे जेल से रिहा किया गया था। उन्होंने कहा कि बुधवार को घटना से पहले उसने शराब पी थी और उसके मकसद के बारे में पूछताछ की जा रही है। उन्होंने सुरक्षा चूक की बात से इनकार करते हुए कहा, केवल एक पेट्रोल बम का इस्तेमाल किया गया।

इससे आरोपी की अपेक्षा के अनुरूप कोई प्रभाव नहीं पड़ा। अधिकारी ने कहा कि मामला दर्ज कर लिया गया है और आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है। यह पूछे जाने पर कि क्या उसे राजभवन के बाहर राज्यपाल के किसी आवागमन के बारे में कोई जानकारी थी और क्या वह किसी ऐसे अनुमान से तैयारी करके आया था, अधिकारी ने कहा, ‘‘ऐसा नहीं लगता है।’’

इस घटना से राज्य में कानून एवं व्यवस्था के मुद्दे को लेकर विपक्षी दलों ने सत्तारूढ़ दल द्रमुक पर निशाना साधा है। विपक्ष के नेता और अन्नाद्रमुक प्रमुख एडप्पादी के. पलानीस्वामी ने कहा कि उच्च सुरक्षा वाला परिसर माने जाने वाले राजभवन में ही ‘‘असुरक्षा’’ की स्थिति बनी हुई है।

न्होंने कहा कि यह घटना तमिलनाडु में कानून एवं व्यवस्था की ‘‘बिगड़ती’’ स्थिति को दर्शाती है। पूर्व मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने भी कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार की आलोचना की। दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता की विश्वासपात्र वी के शशिकला ने कहा कि यह घटना राज्यपाल को डराने के समान है।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने एक्स पर कहा, यह वही व्यक्ति है जिसने फरवरी 2022 में चेन्नई में भाजपा के तमिलनाडु मुख्यालय पर हमला किया था, आज वह राजभवन पर हमले के लिए जिम्मेदार है। केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन ने भी कानून व्यवस्था को लेकर द्रमुक सरकार की आलोचना की।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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