Prabhasakshi NewsRoom: बजट सत्र की शुरुआत, राष्ट्रपति ने कहा- देश को आत्मनिर्भर बनाना जरूरी, प्रधानमंत्री बोले- उम्मीदें पूरी करेगा बजट

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संसद में अभिभाषण में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि जो भारत कभी अपनी समस्याओं के समाधान के लिए दूसरों पर निर्भर था, वही आज दुनिया की समस्याओं के समाधान का माध्यम बना है। उन्होंने कहा कि सुविधाओं के लिए देश की एक बड़ी आबादी ने दशकों तक इंतजार किया।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के साथ ही संसद के बजट सत्र की आज से शुरुआत हो गयी। राष्ट्रपति के रूप में श्रीमती द्रौपदी मुर्मू का संसद के संयुक्त सत्र में यह पहला वार्षिक अभिभाषण है। राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में जहां सरकार की उपलब्धियों और प्राथमिकताओं को दर्शाया वहीं भारत को आत्मनिर्भर बनाये जाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। राष्ट्रपति ने कहा कि आजादी के 100 वर्ष पूरे होने के समय यानि 2047 तक हमें देश को आत्मनिर्भर बनाना ही होगा। उन्होंने कहा कि अमृतकाल का यह कालखंड बहुत महत्वपूर्ण है। राष्ट्रपति ने कहा कि हमें राष्ट्र को गौरवशाली बनाना है और ऐसा भारत बनाना है जहां गरीबी नहीं रहे।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि मैं आज इस सत्र के माध्यम से, देशवासियों का आभार व्यक्त करती हूं कि उन्होंने लगातार दो बार, एक स्थिर सरकार को चुना है। उन्होंने कहा कि मेरी सरकार ने देशहित को सदैव सर्वोपरि रखा, नीति-रणनीति में संपूर्ण परिवर्तन की इच्छाशक्ति दिखाई। राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार के लगभग नौ वर्षों में भारत के लोगों ने अनेक सकारात्मक परिवर्तन पहली बार देखे हैं। सबसे बड़ा परिवर्तन यह हुआ है कि आज हर भारतीय का आत्मविश्वास शीर्ष पर है और दुनिया का भारत को देखने का नज़रिया बदला है। संसद में अपने अभिभाषण में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि अमृतकाल का यह 25 वर्ष का कालखंड, स्वतन्त्रता की स्वर्णिम शताब्दी का और विकसित भारत के निर्माण का कालखंड है। उन्होंने कहा कि ये 25 वर्ष हम सबके लिए और देश के प्रत्येक नागरिक के लिए कर्तव्यों की पराकाष्ठा करके दिखाने के हैं।

संसद में अपने अभिभाषण में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि जो भारत कभी अपनी समस्याओं के समाधान के लिए दूसरों पर निर्भर था, वही आज दुनिया की समस्याओं के समाधान का माध्यम बना है। उन्होंने कहा कि जिन सुविधाओं के लिए देश की एक बड़ी आबादी ने दशकों तक इंतजार किया, वे सुविधाएं इन वर्षों में उसे मिली हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर आतंकवाद पर कठोर प्रहार तक, LoC से लेकर LAC तक हर दुस्साहस के कड़े जवाब तक, धारा 370 को हटाने से लेकर तीन तलाक तक, मेरी सरकार की पहचान एक निर्णायक सरकार की रही है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि पहले टैक्स रिफंड के लिए लंबा इंतज़ार करना पड़ता था। आज ITR भरने के कुछ ही दिनों के भीतर रिफंड मिल जाता है। उन्होंने कहा कि आज GST से पारदर्शिता के साथ-साथ करदाताओं की गरिमा भी सुनिश्चित हो रही है।

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इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए इस बार के बजट को जनता की उम्मीदों वाला बताते हुए संकेत दिये कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोगों की अपेक्षाओं को पूर्ण करने का भरपूर प्रयास करेंगी। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेतृत्व में एनडीए का एक ही लक्ष्य रहा है इंडिया फर्स्ट सिटीजन फर्स्ट। प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे विश्वास है कि विपक्ष के सभी साथी बड़ी तैयारी के साथ बहुत बारीकी से अध्ययन करके सदन में अपनी बात रखेंगे।

वहीं जहां तक राष्ट्रपति के अभिभाषण की बात है तो आपको बता दें कि भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और आम आदमी पार्टी ने इसका बहिष्कार किया। बीआरएस के नेता के. केशव राव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के ‘‘शासन के सभी मोर्चों पर विफलता’’ के विरोध में उनकी पार्टी संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करेगी। आम आदमी पार्टी (आप) ने भी अभिभाषण का बहिष्कार करने की बात कही है। ‘आप’ के नेता एवं सांसद संजय सिंह ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पूरे सम्मान के साथ, हम संसद के संयुक्त सत्र का बहिष्कार कर रहे हैं क्योंकि सरकार सभी मोर्चों पर विफल रही है और उसने अपने वादों को पूरा नहीं किया है।’’

उधर, विपक्ष के अन्य दलों की बात करें तो कांग्रेस की ओर से सोनिया गांधी तथा विभिन्न विपक्षी दलों के नेता राष्ट्रपति के अभिभाषण के समय उपस्थित रहे। कांग्रेस ने इससे पहले ट्वीट करके कहा था कि श्रीनगर से उड़ानों में विलंब के कारण पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और उसके कई अन्य सांसद बजट सत्र के पहले दिन होने वाले राष्ट्रपति के अभिभाषण के अवसर पर उपस्थित नहीं रह सकेंगे। हम आपको बता दें कि आज से शुरू हुए संसद के बजट सत्र का पहला चरण 13 फरवरी तक चलेगा और दूसरा चरण 13 मार्च से शुरू होकर छह अप्रैल तक चलेगा। बजट सत्र के दौरान 27 बैठक होंगी। आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आर्थिक सर्वेक्षण प्रस्तुत करेंगी और कल सुबह आम बजट प्रस्तुत किया जायेगा।

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