बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार की संभावना पर नीतीश कुमार ने कहा, ‘उपमुख्यमंत्री से पूछिए’
बिहार में 243 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 19 विधायक हैं और सरकार में वर्तमान में उसके दो मंत्री हैं। पिछले साल अगस्त में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से नीतीश कुमार के अलग होने के बाद राज्य में महागठबंधन की सरकार बनी थी।
बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार की संभावना को लेकर पूछे जाने पर राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जवाब दिया, ‘‘उपमुख्यमंत्री से पूछिए।’’ संभावित मंत्रिमंडल विस्तार के मद्देनजर सत्तारूढ़ ‘महागठबंधन’ में सहयोगी कांग्रेस और अधिक पद चाहती है। बिहार में 243 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 19 विधायक हैं और सरकार में वर्तमान में उसके दो मंत्री हैं। पिछले साल अगस्त में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से नीतीश कुमार के अलग होने के बाद राज्य में महागठबंधन की सरकार बनी थी।
बिहार मंत्रिमंडल में अधिकतम 36 मंत्री पद हो सकते हैं और इनमें से पांच अभी खाली हैं। पत्रकारों ने जब कुमार से मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों और मंत्रिपरिषद में दो और पद की कांग्रेस की मांग पर उनका विचार जानना चाहा, तो उन्होंने कहा, ‘‘आप लोग ये सवाल उपमुख्यमंत्री से पूछिए।’’
जनता दल (यूनाइटेड) के वास्तविक सुप्रीमो कुमार ने जमुई जिले में अपनी ‘समाधान यात्रा’ के दौरान कहा, ‘‘कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने हाल में इस संबंध में मुझसे मुलाकात की थी। मैंने उनसे कहा है कि वे इस संबंध में उपमुख्यमंत्री से बात करें। उन्हें आपस में मिल-बैठकर इसे अंतिम रूप देने दीजिए। जो भी फैसला होगा उस पर विचार किया जाएगा।’’
राज्य मंत्रिमंडल में राष्ट्रीय जनता दल के 29 सदस्य हैं, जिनमें उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी शामिल हैं। राजद के दो मंत्रियों के इस्तीफा देने के बाद भी सबसे अधिक मंत्री उसी पार्टी से हैं। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस की बिहार इकाई के प्रमुख अखिलेश प्रसाद ने हाल में दावा किया था, ‘‘मुख्यमंत्री ने कहा है कि हमारी पार्टी से और मंत्री बनाए जाएंगे।’’
प्रसाद ने कहा, ‘‘हर कोई जानता है कि कांग्रेस के पास 19 विधायक और चार विधान पार्षद हैं। मंत्रिमंडल में शामिल अन्य पार्टियों के विधायकों की संख्या तीन से चार है। हमारी पार्टी से चार मंत्री हो सकते हैं। मैंने इस संबंध में मुख्यमंत्री से बात की है और वह इससे सहमत हैं।’’ कुमार से पूर्व मुख्यमंत्री एवं हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी की राज्य में 12 फरवरी से ‘गरीब संपर्क यात्रा’ शुरू करने की योजना के बारे में भी पूछा गया, जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘किसी भी राजनीतिक पार्टी के नेता अपनी यात्रा शुरू करने के लिए स्वतंत्र हैं।’’ हम ‘महागठबंधन’ की सरकार में सहयोगी पार्टी है।
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