नीतीश कुमार ने दिया निर्देश, घर लौटे श्रमिकों को दें उनकी क्षमता के अनुरुप काम
मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान सरकार द्वारा लोगों को कई प्रकार से सहायता पहुंचायी जा रही है। इस क्रम में लोगों से प्राप्त शिकायतें या उनसे मिले फीडबैक पर पदाधिकारी संवेदनशील रहें। शिकायतों पर त्वरित जांच कराकर समुचित कार्रवाई सुनिश्चित की जाय ताकि लोगों को सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं का बेहतर लाभ मिल सके।
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निर्देश दिया कि बाहर से आने वाले प्रवासी मजदूरों का कौशल सर्वे ठीक से हो ताकि पृथक-वास अवधि के बाद दिशा-निर्देश के अनुरूप उनकी क्षमता का बेहतर उपयोग हो सके। मुख्य सचिव एवं अन्य वरीय अधिकारियों के साथ की उच्चस्तरीय समीक्षा के दौरान नीतीश ने बुधवार को निर्देश दिया कि बाहर से आ रहे प्रवासी श्रमिकों का कौशल सर्वे एक ऐप के माध्यम से बेहतर तरीके से कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था में इनका महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है। नीतीश ने कहा कि रोजगार सृजन के कार्यों का भी गहन अनुश्रवण सुनिश्चित किया जाय ताकि अधिक से अधिक जरूरतमंद लोगों को रोजगार उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी एक्ट (मनरेगा) के कार्यों की सघन निगरानी की जरूरत है। मनरेगा में बड़ी संख्या में मानव दिवस सृजित हो सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान सरकार द्वारा लोगों को कई प्रकार से सहायता पहुंचायी जा रही है। इस क्रम में लोगों से प्राप्त शिकायतें या उनसे मिले फीडबैक पर पदाधिकारी संवेदनशील रहें। शिकायतों पर त्वरित जांच कराकर समुचित कार्रवाई सुनिश्चित की जाय ताकि लोगों को सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं का बेहतर लाभ मिल सके।
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उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में लोग बाहर से आ रहे हैं, उनकी विधिवत स्क्रीनिंग हो तथा प्रोटोकॉल के अनुसार जांच की कार्रवाई की जाय। नीतीश ने कहा कि जिला स्तर पर भी जांच की व्यवस्था शीघ्र सुनिश्चित की जाए ताकि अधिक से अधिक लोगों की जांच शीघ्रता से जिले में ही हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य मुख्यालय की जिला मुख्यालयों के साथ ही दूसरे राज्यों के साथ सूचनाओं के आदान-प्रदान की सुदृढ़ व्यवस्था रहे ताकि सही एवं सटीक सूचनाओं का त्वरित रूप से आदान-प्रदान हो सके। इससे बाहर से आने वाले प्रवासी मजदूरों को सही जानकारी प्राप्त हो सकेगी और उन्हें किसी प्रकार की असुविधा नहीं होगी।
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