जोधपुर मामले में अब तक 50 लोगों की हुई गिरफ्तारी, गहलोत सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने किया हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा

Jodhpur violence
प्रतिरूप फोटो
ANI Image

गृह राज्य मंत्री राजेंद्र यादव ने बताया कि परशुराम जयंती, अक्षय तृतीया और ईद के मौके पर जिस तरह की घटना हुई वह शर्मनाक है। जहां-जहां घटना हुई, जहां-जहां मोटरसाइकिलों में आग लगाई गई, हमने उन जगहों का निरीक्षण किया। धैर्य की जरूरत है, दोषारोपण के लिए अभी समय नहीं है।

जयपुर। राजस्थान के जोधपुर में ईद के मौके पर हुई हिंसा के बाद सियासत गर्मायी हुई है। 10 क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शांति बनाए रखने की अपील की है। इसी बीच गहलोत सरकार ने हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल भेजा। जिसमें गृह राज्य मंत्री राजेंद्र यादव समेत कई मंत्री मौजूद थे। 

इसे भी पढ़ें: ईद पर बवाल के बाद जोधपुर के 10 थाना क्षेत्रों में लगाया गया कर्फ्यू, CM गहलोत ने बुलाई उच्च स्तरीय बैठक 

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, गृह राज्य मंत्री राजेंद्र यादव ने बताया कि परशुराम जयंती, अक्षय तृतीया और ईद के मौके पर जिस तरह की घटना हुई वह शर्मनाक है। जहां-जहां घटना हुई, जहां-जहां मोटरसाइकिलों में आग लगाई गई, हमने उन जगहों का निरीक्षण किया। धैर्य की जरूरत है, दोषारोपण के लिए अभी समय नहीं है। अगर प्रशासन की तरफ से कोई कमी पाई गई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।

50 लोगों की हुई गिरफ्तारी

राजेंद्र यादव ने बताया कि अब तक 50 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दोषियों के खिलाफ कानून की सभी प्रासंगिक धाराएं लगाई जाएंगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम गंभीरत के साथ मामले की जांच कर रहे हैं। आपको बता दें कि गहलोत सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने अस्पताल का भी दौरा किया और जख्मी लोगों से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि पुलिस लगातार उपद्रवियों को पकड़ने में जुटी हुई है। इसके लिए सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं।

इसे भी पढ़ें: जोधपुर हिंसा: गजेंद्र शेखावत बोले- पूरी तरह फेल गहलोत सरकार, कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब

पुलिसकर्मियों को किया गया तैनात

हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में शांति व्यवस्था को कायम करने के लिए 1000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। इसके अलावा 10 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है। जिनमें उदयमंदिर, सदर कोतवाली, सदर बाजार, नागोरी गेट, खांडा फलसा, प्रतापनगर, प्रतापनगर सदर, देवनगर, सूरसागर और सरदारपुरा शामिल हैं। इसके अलावा मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को स्थगित कर दिया गया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, हिंसा में जख्मी हुए 3 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जबकि 14 से 15 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़