तारीख दर तारीख कोरोना से जंग में मोदी सरकार ने उठाए कारगर कदम, लेकिन लड़ाई अभी लंबी है...
रत और पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार कोरोना के खिलाफ जंग में खतरे की घंटी बजने से पहले ही हरकत में आ गयी थी। चीन के वुहान में इस बीमारी की खबर आते ही भारत सरकार ने एलर्ट और एडवाइडजरी जारी करनी शुरु कर दी थी।
वैसे तो दुनिया के लगभग 180 से ज्यादा देश इस वक्त कोरोना से जंग लड़ रहा है। कई कोरोना का कहर बहुत ज्यादा तो कही नियंत्रण में दिखा। वहीं पूरे दुनिया में वायरस फैलाने के केंद्र चीन जिसकी लापरवाही और सूचना दबाने की वजह से वायरस ने माहमारी का रूप लिया अपनी पीठ खुद थपाने में लगा है। इटली को चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराकर खुद को कोरोना से लड़ने में वैश्विक भूमिका निभान के सपने भी देखने लगा है।
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लेकिन भारत और पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार कोरोना के खिलाफ जंग में खतरे की घंटी बजने से पहले ही हरकत में आ गयी थी। चीन के वुहान में इस बीमारी की खबर आते ही भारत सरकार ने एलर्ट और एडवाइडजरी जारी करनी शुरु कर दी थी। आज हम आपको तारीखों के आइने से भारत के कोरोना से अब तक की जंग के बारे में बताएंगे साथ ही सरकारी कारगर उठाए गए कदमों से भी रूबरू करवाएंगे।
- 7 जनवरी को चीन ने दुनिया को वायरस की जानकारी
- 8 जनवरी को ही भारत ने विशेषज्ञों के साथ अपनी पहली मिशन मीटिंग की।
- 17 जनवरी से ही भारत ने चीन से आने वाले सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग शुरू कर दी।
- 25 जनवरी को पीएम मोदी के प्रधान सचिव ने कोरोना की जानकारियों के बारे में एक उच्च स्तरीय रिव्यू मीटिंग की।
- 29 जनवरी को भारत ने N95 मास्क और पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट के निर्यात पर रोक लगा दी।
- 30 जनवरी को जिस दिन भारत में कोरोना का पहला मामला सामने आया टेस्टिंग के लिए 6 लैब की व्यवस्था कर दी गई।
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- 31 जनवरी को 6 क्वारंटाइन सेंटर बना दिए गए।
- 1 फरवरी को भारत ने अपने नागरिकों को चीन से से बाहर निकालना शुरू कर दिया।
- भारत ने 3 फरवरी को चीन की यात्रा के खिलाफ एडवायजरी जारी की और साथ ही सभी चीनी पासपोर्ट होल्डर्स के ई-वीजा निलंबित कर दिए गए। बता दें कि भारत में तब तक COVID-19 के 3 कंफर्म मामले सामने आ चुके थे।
- 7 फरवरी को स्वास्थ्य मंत्री ने संसद ने बयान दिया कि 139539 लोगों की स्क्रीनिंग पहले ही की जा चुकी है और इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस नेटवर्क करीब 7 हजार लोगों को ट्रैक कर रहा है।
- 22 फरवरी को सिंगापुर को लेकर एडवायजरी जारी की गई।
- 24 फरवरी को वियतनाम, नेपाल, इंडोनेशिया, मलेशिया के यात्रियों को स्क्रीनिंग की लिस्ट में जोड़ दिया गया।
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- 26 फरवरी को दक्षिण कोरिया, ईरान और इटली की यात्रा करने से बचने की एडवायजरी घोषित की गई।
- 3 मार्च में जब मात्र 6 केस सामने आए थे तभी सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग की व्यवस्था लागू कर दी गई।
- 4 मार्च को पीएम मोदी ने ट्वीट कर सीधा संदेश दिया और इस बार किसी होली मिलन में न शामिल होने की बात कही।
- 7 मार्च को पीएम मोदी ने परिस्थितियों का रिव्यू किया और नई क्वारंटाइन गाइडलाइन्स जारी किए गए व यात्रा पर नए प्रतिबंध लगा दिए गये।
- 12 मार्च जब भारत में कोरोना के 100 से भी कम मामले थे तो पीएम मोदी वे ट्वीट कर घटना की तात्कालिकता और उसके बुरे प्रभाव का जिक्र किया।
- 14 मार्च को 52 लैब टेस्ट के लिए तैयार थीं।
- 18 मार्च को जब 175 मामलों से भी कम थे, कंपल्सरी क्वॉरंटाइन को लागू कर दिया गया।
- 19 मार्च को, जब मामले 200 से भी कम थे, पीएम मोदी ने राष्ट्र को संबोधित किया और जनता कर्फ्यू की बात कही। 22 मार्च के बाद से सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया गया।
- 21 मार्च को 75 जिलों में लॉकडाउन घोषित कर दिया गया था।
- 22 मार्च को सभी ट्रेन सेवाएं, मेट्रो और अंतरराज्यीय बस सेवाएं निलंबित कर दी गईं और टेस्ट करने की क्षमता बढ़ाकर 50000 टेस्ट प्रति हफ्ते कर दिया।
- 23 मार्च को घोषणा की गई कि 24 मार्च से सभी घरेलू उड़ानों को भी रोक दिया जाएगा।
- 24 मार्च को प्रधानमंत्री ने राष्ट्र को संबोधित किया और राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा कर दी। GST में छूट की घोषणा की गई।
- 26 मार्च को बड़े आर्थिक पैकेज की घोषणा की गई। किसानों, गरीबों, मनरेगा कर्मचारियों, बुजुर्गों, महिलाओं के लिए डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) की शुरुआत की गई।
- 27 मार्च को रिजर्व बैंक ने कई राहतें देते हुए रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट घटाते हुए तीन महीने के लिए ईएमआई पर रोक लगा दी।
बहरहाल कोरोना से जंग अभी भी जारी है...
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