भविष्य में गले मिलना और हाथ मिलाना कम कर देंगे लोग ! अच्छी आदतों में शामिल होगा 'नमस्ते' कहना

handshake

तो क्या जब कोरोना का कहर समाप्त हो जाएगा तब भी लोग हाथ मिलाने से कतराएंगे ? मौजूदा परिस्थिति के बीच में यह सवाल काफी गूंज रहा है। तो चलिए हम आपको इससे जुड़ी हुई एक रिपोर्ट के बारे में बताते हैं।

नयी दिल्ली। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए लोगों ने हाथ मिलाना बंद कर दिया है। हाथ मिलाने की जगह पर अब सभी लोग नमस्ते कहना शुरू कर चुके हैं। चीन के वुहान शहर से फैली इस महामारी की चपेट में आज विश्व की तमाम शक्तियां आ गई हैं। बीते दिनों अमेरिका से आई खबर के मुताबिक राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी परेशान हो गए है कि वह लोगों से हाथ और गले नहीं मिल पाते है। जबकि उसकी जगह पर अब वह नमस्ते कहना शुरू कर चुके हैं।

तो क्या जब कोरोना का कहर समाप्त हो जाएगा तब भी लोग हाथ मिलाने से कतराएंगे ? मौजूदा परिस्थिति के बीच में यह सवाल काफी गूंज रहा है। तो चलिए हम आपको इससे जुड़ी हुई एक रिपोर्ट के बारे में बताते हैं। 

इसे भी पढ़ें: कोरोना से ट्रंप ने देशवासियों को किया आगाह, कहा- आने वाले दो सप्ताह 'बेहद मुश्किल' 

हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक जल्द ही लोग अब हाथ मिलाने और गले मिलने से कतराएंगे। आपको जानकारी दे दें कि कोरोना वायरस से पनपे डर के बाद लोगों ने हाथ मिलाना और गले मिलना छोड़ दिया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भविष्य में भी लोग ऐसा ही करेंगे और ऐसा करने पर भावनाओं का जुड़ाव भी नहीं हो पाएगा। ये तो आप सब जानते हैं कि जब हम किसी दूसरे से गले मिलते हैं तो आत्मविश्वास में और उस व्यक्ति के प्रति रिश्तों में मजबूती देखी जाती है। लेकिन जब हम इससे दूर हो जाएंगे तो भावनात्मक तौर पर भी इसका असर पड़ेगा।

रिपोर्ट में कहा गया है कि भविष्य में ये चीजें समाप्त हो जाएंगी और इसका सीधा असर भावनाओं पर पड़ेगा। जिसका तात्पर्य है कि इमोशन अटैचमेंट भी समाप्त हो सकता है। नॉटिंगम ट्रेंट यूनिवर्सिटी में सामाजिक विज्ञान के प्रफेसर रॉबर्ट डिंगवाल ने बताया कि धीरे-धीरे ये तमाम चीजें हमारी आदत में शुमार हो जाएंगी। हम बीमारी की आशंकाओं को लेकर लोगों से मिलने पर कतराएंगे और दूसरे विकल्प तलाशेंगे। जिसका मतलब है कि भविष्य में हमारा व्यवहार भी बदलने लगेगा। 

इसे भी पढ़ें: मेरीकॉम ने दिया सफलता का मूल मंत्र, कहा- केवल कड़ी मेहनत करो 

विशेषज्ञों से मिली जानकारी के मुताबिक इस बीमारी की वजह से हम दूसरों से पहले जैसे व्यवहार नहीं करेंगे। विशेषज्ञों का ये भी कहना है कि पहले की तुलना में हम लोगों से कम गले मिलेंगे या कह सकते हैं कि हम सिर्फ अपने बेहद करीबी लोगों से ही गले मिले। उसमें भी पहले की तुलना में कमी देखी जा सकती है। अगर ये स्थिति लंबे समय तक रही तो हमारा व्यवहार भी धीरे-धीरे परिवर्तित होने लगेगा।

21 दिन में बन जाती है आदत

मनोविज्ञान कहता है कि 21 दिनों में हम किसी भी चीज को अपनी आदत बना लेते है। जिसका मतलब साफ है कि यदि आप नमस्ते कहना शुरू चुके है तो वह आपकी आदत बन जाएगी। मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए सरकार ने देशवासियों से अपील की है कि वह सामाजिक दूरी बना कर रखें क्योंकि यह वायरस संपर्क में आने से फैलता है। इतना ही नहीं सरकार ने बार-बार हाथ धोने और सेनिटाइजर का इस्तेमाल करने की भी सलाह दी है।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़