ममता बनर्जी की वोटबैंक की राजनीति के कारण बंगाल में सार्वजनिक स्वास्थ्य की स्थिति विकट हुई: भाजपा
राज्य में कोरोना वायरस की स्थिति को लेकर भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच आरोप प्रत्यारोप तेज हो गए हैं। भाजपा ने प्रदेश सरकार पर कोरोना संक्रमण एवं मौत के सही आंकड़े नहीं जारी करने का आरोप लगाया है।
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) April 29, 2020विजयवर्गीय ने आरोप लगाया कि राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमण और मौत के मामले छिपाये जा रहे हैं। गौरतलब है कि राज्य में कोरोना वायरस की स्थिति को लेकर भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच आरोप प्रत्यारोप तेज हो गए हैं। भाजपा ने प्रदेश सरकार पर कोरोना संक्रमण एवं मौत के सही आंकड़े नहीं जारी करने का आरोप लगाया है। वहीं, ममता बनर्जी ने केंद्रीय प्राधिकार पर भाजपा की शह पर काम करने का आरोप लगाया और अपने ऊपर लगाये गए आरोपों को खारिज किया है। राज्य में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने वाले हैं जहां भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला माना जा रहा है। बहरहाल, ममता बनर्जी को लिखे छह पन्नों के पत्र में विजयवर्गीय ने कहा, ‘‘ ममता जी, भाजपा से लड़ाई के मौके और आयेंगे। यह समय आसन्न स्थानीय निकाय चुनाव में और अगले वर्ष विधानसभा चुनाव के समय आयेगा। लेकिन अभी समय कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई का है।’’
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ममता बनर्जी पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए भाजपा नेता ने हावड़ा में मुस्लिमों के एक समूह द्वारा पुलिसकर्मियों पर कथित हमले की घटना का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि 28 अप्रैल को पूरे देश ने देखा कि किस प्रकार से टिकियापाड़ा में पुलिस पर हमले किये गये हैं। इन लॉकडाउन तोड़ने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी। यह शर्मनाक और निंदनीय हैं। विजयवर्गीय ने कहा, ‘‘ इस समय आपको वोट बैंक की राजनीति छोड़कर तत्काल उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए जिन्होंने पुलिस पर हमला किया है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में भाजपा के सांसदों और विधायकों को राहत सामग्री वितरण करने में बाधा पैदा की जा रही है, एफआईआर दर्ज की जा रही हैं जबकि तृणमूल कांग्रेस के नेता, विधायक और कार्यकर्ता खुलेआम राशन सामग्री वितरित कर रहे हैं, इसमें मुख्यमंत्री भेदभाव कर रही हैं।
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