मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री ने केन्द्रीय कृषि मंत्री को लिखा पत्र, फसल बीमा की अवधि बढ़ाने की मांग
कृषि मंत्री कमल पटेल ने अगस्त के अंतिम दिनों में भीषण बाढ़ से घिरे प्रदेश के पंद्रह जिलों में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को 7 सितंबर तक आगे बढ़ाने की मांग की है। बाढ़ के कारण किसान बीमा कराने के लिए बैंकों तक नहीं पहुंच सके थे।
भोपाल। मध्य प्रदेश में अतिवर्षा वाले जिलों में बाढ़ और प्राकृतिक आपदा की स्थिति बनने पर राज्य के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री कमल पटेल ने केन्द्रीय कृषि मंत्री को पत्र लिखा है। कृषि मंत्री कमल पटेल ने अगस्त के अंतिम दिनों में भीषण बाढ़ से घिरे प्रदेश के पंद्रह जिलों में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को 7 सितंबर तक आगे बढ़ाने की मांग की है। बाढ़ के कारण किसान बीमा कराने के लिए बैंकों तक नहीं पहुंच सके थे। मंत्री कमल पटेल ने केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ ही एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी इंडिया लिमिटेड को अलग अलग पत्र लिखकर बाढ़ का हवाला देते हुए प्रदेश के 15 जिलों में फसल बीमा की अवधि 7 सितंबर किए जाने की मांग की है।
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मंत्री कमल पटेल ने पत्र में कहा गया है कि कृषकों के बीमांकन के लिए 31 अगस्त अंतिम तिथि थी। इसी दौरान 28 अगस्त से प्रदेश में भारी वर्षा के कारण दक्षिणी हिस्से के 15 जिले बाढ़ से गंभीर रूप से घिर गए, जीवन पर आए इस संकट के कारण किसान फसल बीमा नहीं ले सके। मंत्री कमल पटेल ने इन सभी 15 जिलों अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, जबलपुर, नरसिंहपुर, हरदा, होशंगाबाद, देवास, रायसेन, सीहोर, खंडवा, खरगोन, धार, बड़वानी तथा अलीराजपुर में फसल बीमा योजना 7 सितंबर तक लागू करने की मांग की है। कमल पटेल ने केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ ही बीमा कंपनी से किसानों के हित में शीघ्र निर्णय लेने का आग्रह किया है। जिससे फसल बीमा से वंचित किसानों को भी जोड़ा जा सके।
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